बरेका में देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन पर चर्चा, तकनीकी और फायदे बताए

वाराणसी। बरेका के प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र में सोमवार को “भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान को रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला के पूर्व महाप्रबंधक एसके सूरी ने प्रस्तुत किया। उन्होंने हाइड्रोजन ट्रेन की तकनीक, उसके लाभ और भारत में इसके संचालन की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एसके श्रीवास्तव ने किया। उन्होंने इस विषय की प्रासंगिकता पर जोर दिया। श्री सूरी ने बताया कि हाइड्रोजन ट्रेन पर्यावरण के अनुकूल और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में प्रभावी है। यह हाइड्रोजन ईंधन सेल तकनीक पर आधारित होती है, जो डीजल इंजनों की तुलना में अधिक कुशल और स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करती है। उन्होंने इसे भविष्य की ग्रीन एनर्जी ट्रेनों की दिशा में भारत का महत्वपूर्ण कदम बताया।
व्याख्यान में बरेका के विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और तकनीकी प्रशिक्षु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्राचार्य जितेंद्र अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत एवं धन्यवाद किया। भविष्य में भी इस तरह के तकनीकी व्याख्यानों के आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया।