संस्कार भारती ने भोर के सुर से किया नव संवत्सर का अभिनंदन

संस्कार भारती ने भोर के सुर से किया नव संवत्सर का अभिनंदन
-“साँवरे जागो भई भोर” की वंदना ने भोर को भक्तिमय बनाया”
-चित्रकूट द्वारा रामघाट पर गूंजे ‘भोर के सुर’
चित्रकूट, 30 मार्च (हि.स.)। मां मंदाकिनी के पावन तट पर श्री राम घाट आरती स्थल पर संस्कार भारती जिला इकाई चित्रकूट के तत्वावधान में विगत वर्षों से चल रहे 'भोर के सुर ' कार्यक्रम के द्वारा इस वर्ष भी नव संवत्सर 2082 का सनातन परंपरा का निर्वहन करते हुए अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भोर की बेला में प्रातः चार बजे से ही चित्रकूट के नवोदित कला साधक, शास्त्रीय गायक मोहित तिवारी की प्रस्तुतियों के साथ हुआ। राग भैरव, विलंबित एकताल में निबद्ध बड़ा ख्याल प्रस्तुत किया जिसके बोल थे ’समझ मन बावरे’, तत्पश्चात द्रुत तीनताल में ’सांवरे जागो भई भोर’ और राग कलावती में निबद्ध मीरा बाई का भजन ‘मैनु लीनो गोविंद मोल’ की प्रस्तुति से मोहित तिवारी ने उपस्थित जन समूह तथा भक्त जनों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में तबला संगत बिरजू महाराज कत्थक संस्थान के सदस्य डॉ गोपाल कुमार मिश्र ने तथा हारमोनियम पर जगदगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय की संगीत विभाग की प्रभारी डॉक्टर ज्योति विश्वकर्मा ने संगत प्रदान कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। इसके पश्चात संस्कार भारती जिला इकाई के सचिव डॉ जितेंद्र प्रताप सिंह ने उपस्थित जनसमूह को योगाभ्यास एवं सूर्य नमस्कार के अभ्यास कराकर नव चेतना से स्फूर्त कर दिया। सूर्योदय होने पर सभी ने भगवान भास्कर को वेद मंत्रों के साथ अर्घ्य देकर नव संवत्सर पर भगवान भास्कर का वैदिक रीति से आराधना किया। कार्यक्रम में जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी ने आशीर्वाद प्रदान कर समस्त जन समुदाय को नव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
उन्होंने आवाहन किया कि इस पावन पर्व पर हम अपने अपने घरों पर भगवा पताका फहराएं, अपने परिचित मित्रों तथा रिश्तेदारों को नववर्ष के शुभ संदेश भेजें तथा स्वच्छता, गौ सेवा, समाज सेवा,के साथ ही श्रीरामचरितमानस पाठ और नवरात्रि आराधना के द्वारा इस शुभ दिन से अपने शुभ प्रयासों को नवीन स्वरूप प्रदान करें।
इस अवसर पर उपस्थित जिला सहकारी बैंक बांदा -चित्रकूट के अध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने कहा कि नव संवत्सर हमारी सनातन चेतना का संवाहक स्वरूप है और विकसित भारत के निर्माण में यह संदेश विश्व शांति का परिचायक है। हम सभी सनातन मतावलंबी पुनरू भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करें। भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री डॉ आलोक पांडेय ने सभी आत्मीय स्वजनों को नव सम्वत्सर की मंगल कामनाएं देते हुए एकजुट होकर आसुरी शक्तियों को पराजित करने हेतु सत्संकल्प किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / रतन पटेल