जबलपुरः शहीद स्मारक गोलबाजार में आज से लगेगा पुस्तक मेला

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जबलपुरः शहीद स्मारक गोलबाजार में आज से लगेगा पुस्तक मेला


- रियायती दरों पर मिलेंगी स्कूली विद्यार्थियों को पुस्तकें, यूनिफार्म एवं शैक्षणिक सामग्री

जबलपुर, 25 मार्च (हि.स.)। स्कूली बच्चों को रियायती दरों पर पुस्तकें, कॉपियां, गणवेश एवं अन्य शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने जिला प्रशासन द्वारा गोलबाजार स्थित शहीद स्मारक में आज (मंगलवार) से पुस्तक एवं गणवेश मेले का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह शाम 6 बजे इस पुस्तक मेले का शुभारम्भ करेंगे। आगामी पांच अप्रैल तक बारह दिनों का यह पुस्तक मेला शनिवार एवं रविवार को दोपहर 12 से रात 10 बजे तक तथा शेष दिवसों में शाम 4 से रात 10 बजे तक खुला रहेगा।

कलेक्टर दीपक सक्सेना की पहल पर लगातार दूसरे वर्ष लगाए जा रहे इस पुस्तक मेले में एक ही स्थान पर सभी निजी स्कूलों की पाठ्य पुस्तकें, कॉपियाँ, यूनिफार्म, स्कूल बैग एवं अन्य सभी जरूरी शैक्षणिक सामग्री रियायती दरों पर विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध रहेंगी। इसके लिए मेले में लगभग 50 स्टॉल लगाए जा रहे हैं।

ज्ञात हो कि जिला प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष भी निजी स्कूलों, प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं की साठ-गाँठ से विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को राहत दिलाने पुस्तक मेला का आयोजन किया गया था। जिसकी प्रदेश के साथ-साथ देश भर में चर्चा हुई थी और इसे काफी सराहा गया था। प्रदेश में पहली बार जबलपुर में लगाए गए इस पुस्तक मेला के सफल आयोजन को नजीर मानकर अन्य जिलों द्वारा भी पुस्तक मेला लगाने की शुरुआत की गई थी। जिला प्रशासन द्वारा इस बार के पुस्तक मेला को और अधिक वृहद स्वरुप दिया गया है। सभी निजी स्कूलों की पाठ्य पुस्तकें मेले में उपलब्ध हों इसके लिए काफी समय पहले ही उनके यहाँ नए शैक्षणिक सत्र में लागू की जाने वाली किताबों की सूची प्राप्त कर ली गई थी और उसे पुस्तक विक्रताओं को उपलब्ध करा दिया गया था।

गोलबाजार शहीद स्मारक प्रांगण में लगाए जा रहे बारह दिनों के पुस्तक एवं गणवेश मेले में पुरानी पुस्तकों के आदान-प्रदान के लिए बुक बैंक का स्टॉल भी लगाया जा रहा है। बुक बैंक में विद्यार्थी अपनी पुरानी पुस्तकें दान कर सकते हैं। बुक बैंक के व्यवस्थित संचालन के लिए सभी विद्यालयों एवं नागरिकों से पुरानी पुस्तकों का संकलन किया गया है। अभी तक लगभग 10 हजार पुस्तकों संकलन किया जा चुका है। मेले में छात्र–छात्राओं को कैरियर काउंसलिंग प्रदान करने के लिए भी स्टॉल लगाया जा रहा है। इसके साथ ही पुस्तक मेले में फूड स्टॉलों के साथ बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले भी लगाए जा रहे हैं। मेला अवधि के दौरान रोज शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा और विभिन्न व्यंजनों के स्टॉल भी लगाए जाएंगे।

जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद् के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हेमन्त सिंह ने पुस्तक मेला में आयोजित होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि मेले के उद्घाटन दिवस पर प्रथम दिन कलाकारों द्वारा श्री गणेश वंदना एवं सरस्वती वन्दना की संगीतमय प्रस्तुति दी जाएगी, 26 मार्च को कीर्ति श्रीवास्तव एवं 27 मार्च को धीरज शर्मा एवं समूह द्वारा गायन कला का प्रदर्शन किया जाएगा। झील सिंह द्वारा नृत्य एवं लाइव पेंटिंग की प्रस्तुति 28 मार्च के कार्यक्रमों के आकर्षण का मुख्य केंद्र होंगी, तो वहीं 29 मार्च को कलाकारों द्वारा शास्त्रीय, उपशास्त्रीय एवं भक्ति प्रधान विधाओं पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे।

पुस्तक मेले में कलाकारों द्वारा 30 मार्च को बेटी बचाओ एवं बेटी पढाओ पर आधारित सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा, 31 मार्च को जबलपुर के विभिन्न दर्शनीय स्थलों का मंचन करती कलात्मक प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र होंगी। इसी प्रकार 1 अप्रैल को कलाकारों द्वारा एकल एवं सामूहिक गीतों की सुमधुर प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी तथा 2 अप्रैल को अयोध्या के राम एवं 3 अप्रैल को बेटी बचाओ बेटी पढाओ का सन्देश देती विभिन्न कलात्मक प्रस्तुतियां दर्शकों मंत्रमुग्ध करेंगी। पुस्तक मेले में 4 अप्रैल को भैरवी विश्वरूप एवं समूह तथा नव नृत्यांजली कला केंद्र द्वारा नृत्य प्रस्तुति और अंतिम दिन 5 अप्रैल को लोक नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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