नशा तस्करी में संलिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एक माह के भीतर होगी सख्त कार्रवाई : मुख्यमंत्री सुक्खू

शिमला, 27 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार एक महीने के भीतर नशे की तस्करी में संलिप्त कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि नशे के खिलाफ यह कार्रवाई सख्त होगी और सरकारी तंत्र में नशे की धड़कपक्कड़ की गोपनीय सूचनाएं लीक करने वालों पर भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने नशे के रोकथाम संबंधी नीति पर चर्चा के दौरान विधायक केवल सिंह पठानिया के संकल्प पर जवाब देते हुए ये बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नशे के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति अपनाएगी और इस पर पूरी तरह से नियंत्रण लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि नशे के बढ़ते प्रभाव को लेकर अब परिवारों से भी सूचनाएं मिल रही हैं कि उनके बेटे नशे की गिरफ्त में हैं। चिट्टे का नशा इतना खतरनाक हो चुका है कि इससे पीड़ित व्यक्ति अपने परिवार के साथ झगड़ा करने, चोरी करने जैसी घटनाओं में शामिल हो जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे के खिलाफ हाल के समय में काफी तेज कार्रवाई की गई है, हालांकि कुछ कमजोरियाँ भी हैं, जहां सूचनाएं लीक हो रही हैं। इस पर सरकार जल्द ही कड़ी कार्रवाई करेगी। इसके अलावा नशे की आदत को बढ़ावा देने के लिए चेन बनाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस बजट सत्र में नशाखोरी से संबंधित कड़ा कानून पेश किया गया है, जिसके तहत दोषियों को मौत की सजा या उम्रकैद की सजा का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के साथ लगातार संपर्क में रहकर नशे के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, ताकि नशे के कारोबार पर काबू पाया जा सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा