ग्वालियरः पुस्तक मेले में देर से दुकान खोलने वाले पुस्तक विक्रेताओं के खिलाफ होगी कार्रवाई

WhatsApp Channel Join Now
ग्वालियरः पुस्तक मेले में देर से दुकान खोलने वाले पुस्तक विक्रेताओं के खिलाफ होगी कार्रवाई


- कलेक्टर ने पुस्तक मेले का निरीक्षण कर दुकानदारों को किया आगाह

ग्वालियर, 26 मार्च (हि.स.)। पुस्तक मेले में जो दुकानदार निर्धारित समय पर अपनी दुकान नहीं खोलेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। देर से दुकान खोलने पर यह माना जायेगा कि दुकानदार अभिभावकों से किताबों व स्टेशनरी इत्यादि की अधिक कीमत लेना चाहते हैं। यह बात कलेक्टर रुचिका चौहान ने बुधवार को पुस्तक मेले के निरीक्षण के दौरान संबंधित दुकानदारों को आगाह करते हुए कही।

कलेक्टर ने कुछ दुकानदारों द्वारा देरी से दुकानें खोले जाने की शिकायत मिलने पर बुधवार को पुस्तक मेले का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने देरी से खुली दुकानों पर पहुँचकर दुकान संचालकों को आगाह किया कि आगे से ऐसी स्थिति न बने अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। शहर में जहां पर भी दुकान संचालित है वहाँ पर छापामार कार्रवाई कराई जायेगी। उन्होंने सभी दुकानदारों को निर्देश दिए कि वे अपनी-अपनी दुकान पर डिस्काउंट (छूट) की सूची अनिवार्यत: प्रदर्शित करें। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि निर्धारित डिस्काउंट न देने वाले पुस्तक विक्रेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।

बुधवार को भी पुस्तक मेले में अच्छी रौनक रही। पुस्तक मेले में दुकानदारों ने किताबों, स्टेशनरी व ड्रेस पर छूट और बढ़ा दी है। यह जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में अभिभावक अपने बच्चों के साथ मेले में खरीददारी करने पहुँचे । पुस्तक मेले में बाजार में मिलने वाले सभी तरह के डिस्काउंट के अलावा किताबों पर 10 प्रतिशत तक, स्टेशनरी पर 15 से 20 प्रतिशत एवं यूनीफॉर्म पर 30 प्रतिशत तक छूट दी जा रही है।

ज्ञात हो कि अभिभावकों को उनके बच्चों के लिये सस्ती दर पर किताबें, स्टेशनरी व यूनीफॉर्म दिलाने के लिये जिला प्रशासन द्वारा मेला स्थित शिल्प बाजार में सात दिवसीय पुस्तक मेला लगाया गया है। यह पुस्तक मेला 29 मार्च तक चलेगा।

बुक बैंक सेक्टर का भी लिया जायजा

कलेक्टर रुचिका चौहान ने पुस्तक मेले में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के जरूरतमंद बच्चों को नि:शुल्क पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिये स्थापित किए गए बुक बैंक सेक्टर का भी जायजा लिया। इस सेक्टर में कक्षावार पुस्तकें दान में प्राप्त करने के लिये काउण्टर बनाए गए हैं। जिनमें जिले के अभिभावक उत्साहपूर्वक अपने बच्चों के पिछली कक्षाओं की किताबें दान देने आ रहे हैं।

पुस्तक मेले में चार दिनों में 4478 अभिभावकों ने अपने बच्चों के लिये खरीदी पाठ्य सामग्री

मेला स्थित शिल्प बाजार में आयोजित हो रहे पुस्तक मेले में अब तक 4 हजार 478 अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों के लिये पुस्तकें, स्टेशनरी व यूनीफॉर्म खरीदी जा चुकी हैं। गत 22 मार्च को शुरू हुए सात दिवसीय पुस्तक मेले में हर दिन बड़ी संख्या में अभिभावक अपने बच्चों के लिये पाठ्य सामग्री खरीदने पहुँच रहे हैं।

जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार ने बुधवार को बताया कि पुस्तक मेले में पहले दिन 22 मार्च को 303 अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों के लिये पुस्तकें, 175 अभिभावकों द्वारा स्टेशनरी व 32 अभिभावकों द्वारा यूनीफॉर्म खरीदी गईं। इस प्रकार इस दिन 510 अभिभावकों ने अपने बच्चों के लिये खरीदी की। इसी तरह मेले के दूसरे दिन 620 अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों के लिये पुस्तकें, 562 अभिभावकों द्वारा स्टेशनरी व 157 अभिभावकों द्वारा यूनीफॉर्म खरीदी गईं। इस प्रकार इस दिन 1359 अभिभावकों ने अपने बच्चों के लिये खरीदी की।

पुस्तक मेले में तीसरे दिन 525 अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों के लिये पुस्तकें, 556 अभिभावकों द्वारा स्टेशनरी व 125 अभिभावकों द्वारा यूनीफॉर्म खरीदी गईं। इस प्रकार इस दिन 1206 अभिभावकों ने अपने बच्चों के लिये खरीदी की। चौथे दिन 694 अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों के लिये पुस्तकें, 583 अभिभावकों द्वारा स्टेशनरी व 146 अभिभावकों द्वारा यूनीफॉर्म खरीदी गईं। इस प्रकार इस दिन 1423 अभिभावकों ने अपने बच्चों के लिये खरीदी की। इस प्रकार 22 मार्च से 25 मार्च तक 4 हजार 478 अभिभावक अपने बच्चों को पाठ्य सामग्री पुस्तक मेले से दिला चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

Share this story

News Hub