वाराणसी में श्रीराम साम्राज्य पत्ताभिषेकम महोत्सव का भव्य शुभारंभ, दक्षिण भारत के विद्वानों ने किया वाल्मीकि रामायण बालकांड का पाठ

इस भव्य आयोजन के दौरान दक्षिण भारत के विभिन्न राज्यों से पधारे शताधिक विद्वानों ने वाल्मीकि रामायण के बालकांड के 2000 श्लोकों का पारायण किया। महोत्सव मंडप पूरे दिन श्री वाल्मीकि रामायण के श्लोकों से गूंजता रहा।
महायज्ञ के आचार्य उलिमिरी सोमायाजुलु ने बताया कि महोत्सव के प्रथम दिन की समस्त पूजा-अर्चना श्रीराम प्रभु के बाल रूप को समर्पित की गई। इस दौरान एक लाख गायत्री मंत्र एवं 24 हजार श्रीराम गायत्री मंत्र के जाप भी जारी हैं, जो यज्ञ की पूर्णाहुति तक अनवरत चलते रहेंगे।
यज्ञ के मुख्य यजमान एवं श्रीराम तारक आंध्र आश्रम के मैनेजिंग ट्रस्टी वेमुरी वेंकट सुंदर शास्त्री ने यज्ञाचार्यों का चरणवंदन एवं अभिनंदन किया। महोत्सव का संयोजन आश्रम के प्रबंधक वी.वी. सीताराम द्वारा किया गया, जिसमें पप्पू मूर्ति, अन्नदनम चिदंबर शास्त्री एवं बुध शर्मा सहित कई विद्वानों ने प्रमुख भूमिका निभाई।
श्रीराम तारक आंध्र आश्रम की अगुवाई में सजे महोत्सव मंडप में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भक्तजन दिनभर धार्मिक अनुष्ठानों में सहभागी बनते रहे और श्रीराम नाम के संकीर्तन में लीन होकर आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया।