जम्मू में पाकिस्तान विरोधी रैली, उग्रवाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

जम्मू, 24 मार्च (हि.स.)। मिशन स्टेटहुड जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष सुनील डिंपल ने बीसी रोड और रेहाडी चुंगी पर एक जोरदार पाकिस्तान विरोधी रैली का नेतृत्व किया जिसमें क्षेत्र में चल रही मुठभेड़ों और लक्षित हत्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। हल ही में कठुआ में मुठभेड़ हुई थी जिसमे एक युवती के घायल हो गई थी जिसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए डिंपल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से अनुच्छेद 370 और 35-ए के निरस्त होने के बाद उग्रवाद में वृद्धि पर सवाल उठाए। उन्होंने वांछित आतंकवादी हाफिज सईद को खत्म करने और उसे भारत को सौंपने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की।
डिंपल ने उमर अब्दुल्ला से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के बढ़ने के बारे में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और उपराज्यपाल के समक्ष चिंता व्यक्त करने का आग्रह किया। उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके), गिलगित और बाल्टिस्तान को आजाद कराने के लिए बड़े पैमाने पर युद्ध का आह्वान किया और उन्हें भारत में शामिल करने की वकालत की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक और सुरक्षा बलों से आईएसआई समर्थित स्लीपर सेल को खत्म करने और क्षेत्र में सक्रिय पाकिस्तानी गाइडों को कुचलने के लिए ऑपरेशन ऑल आउट शुरू करने की भी अपील की। डिंपल ने मांग की कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह स्पष्ट करें कि कैसे विदेशी प्रशिक्षित आतंकवादी जम्मू में घुसपैठ कर रहे हैं और बिना किसी नुकसान के भाग रहे हैं।
डिंपल ने आरोप लगाया कि पिछले दस वर्षों में भाजपा ने जम्मू-कश्मीर मुद्दे का केवल राजनीतिकरण किया है जिससे अन्यथा शांतिपूर्ण जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद बढ़ा है। सुरक्षा चूकों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कठुआ, सांबा, डोडा, किश्तवाड़, भद्रवाह, बसोली, पुंछ, राजौरी और अरनिया में हुए हमलों और मुठभेड़ों का हवाला देते हुए सीमा पर घुसपैठ के बढ़ते खतरे पर जोर दिया। उन्होंने मिशन स्टेटहुड द्वारा भारतीय सेना को पूर्ण समर्थन की पुष्टि की और कसम खाई कि जम्मू और कश्मीर के लोग पीओके को पुनः प्राप्त करने के प्रयास में एकजुट हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा