मनु स्मृति में एक भी शब्द राष्ट्र विरोधी नहीं : जगद्गुरु रामभद्राचार्य

—तुलसी पीठाधीश्वर बीएचयू में आयोजित व्याकरण प्रबोध कार्यशाला में शामिल हुए
वाराणसी, 24 मार्च (हि.स.)। तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मनु स्मृति को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मनु स्मृति में एक भी शब्द राष्ट्र विरोधी नहीं है। मैंने महाकुंभ में 30 दिन तक मनु स्मृति पर ही व्याख्यान दिया है। सोमवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के व्याकरण विभाग में आयोजित पांच दिवसीय संधि विषयक व्याकरण प्रबोध कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में भाग लेने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने यह बात कही।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मनु स्मृति को लेकर विवादित बयान देने वालों को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा कि जिसे संदेह है, वह आकर मुझसे मनु स्मृति पर चर्चा करे। हरियाणा में यज्ञ के दौरान ब्राह्मणों पर हुए हमले के सवाल पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि हमलावरों को उचित दंड मिलेगा। एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि हम ज्ञानवापी लेकर रहेंगे। यहां पर मुगलों के नाम से जितने भी स्थान हैं, सबके नाम बदले जाएंगे।
इस मौके पर उन्होंने काशी में अपनी पढ़ाई के अनुभव साझा करते हुए कहा, काशी आकर मुझे प्रसन्नता हो रही है क्योंकि यहीं पर मैंने 11 साल रहकर शिवदास व्याकरण पढ़ा और सभी शास्त्रों पर यथासंभव अधिकार प्राप्त किया। काशी मेरी विद्या की जन्मभूमि है।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी