काशी में गूंजे जय श्री राम के जयकारे, राम साम्राज्य पट्टाभिषेकम महोत्सव की भव्य शोभायात्रा निकली

इस द्वादश दिवसीय महोत्सव में श्री राम पट्टाभिषेक के साथ वाल्मीकि रामायण के 24 अध्यायों का पारायण किया जाएगा। शोभायात्रा में भगवान श्रीराम के विग्रह के अलावा देशभर की पवित्र नदियों व समुद्र से लाए गए जल कलश भी शोभायमान थे।
इस अवसर पर दक्षिण भारत से आए विद्वान रामायणविद वाल्मीकि रामायण की पोथी हाथों में लेकर शोभायात्रा का नेतृत्व कर रहे थे। स्थानीय श्रद्धालुओं के अलावा बड़ी संख्या में दक्षिण भारतीय तीर्थयात्री रामधुन गाते हुए इसमें सम्मिलित हुए।
शोभायात्रा की अगुवाई यज्ञ के मुख्य आचार्य उलीमीरी शोमायाजुलु ने की, जबकि व्यवस्थाओं को श्री राम तारक आंध्र आश्रम के मैनेजिंग ट्रस्टी वेमुरी सुंदर शास्त्री ने संभाला। संयोजन की जिम्मेदारी आश्रम के प्रबंधक वीवी सीताराम ने निभाई।
उत्तर भारत में जहां भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है, वहीं दक्षिण भारत में इसे श्रीराम विवाहोत्सव के रूप में मनाने की परंपरा है। बीते दो वर्षों से इस महोत्सव के साथ पट्टाभिषेक अनुष्ठान भी जोड़ा गया है। आगामी वर्षों में इन चार अनुष्ठानों के पूरा होने पर पांचवें वर्ष में श्री राम महा साम्राज्य पट्टाभिषेकम महानुष्ठान का भव्य आयोजन काशी में किया जाएगा।
इस शोभायात्रा में श्री श्याम शास्त्री, बुद्धा शर्मा, अन्नदानम चिदंबर शास्त्री, सी वी बी सुब्रह्मण्यम, पप्पू मूर्ति, पप्पू प्रसाद सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।