मंदाकिनी नदी किनारे खुले में कूड़ा जलाने पर सीएचसी अधीक्षक पर दो हजार रुपये का जुर्माना

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रुद्रप्रयाग, 24 मार्च (हि.स.)। मंदाकिनी नदी किनारे खुले में कूड़ा जलाने के मामले में नगर पंचायत ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्तयमुनि पर दो हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है। साथ ही चिकित्सा अधीक्षक से स्पष्टीकरण भी मांगा है। यह पहला मौका है, जब नगर पंचायत ने इस तरह की कार्रवाई की है।

सोमवार को अपराह्न बाद मंदाकिनी नदी किनारे ओदखडाला नामक स्थान से धुंए का गुबार उठता देख नगर पंचायत ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि सामुदायिक अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल के कूड़े को यहां लाकर जलाया जा रहा है। साथ ही अन्य प्रकार का कूड़ा नदी में भी फेंका गया है। मामले में गंभीर मानते हुए नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी निकिता भट्ट ने सीएचसी अधीक्षक पर दो हजार रुपये का जुर्माना किया और स्पष्टीकरण भी मांगा। उन्होंने बताया कि जब वह मौके पर पहुंची तो अस्पताल के कर्मचारी कूड़ा जलाते पाए गए और कुछ कर्मचारी अधजले व अन्य कूड़े को नदी में फेेंक रहे थे।

उन्होंने बताया कि अस्पताल का कूड़ा पर्यावरण व जलस्रोतों के लिए खतरनाक है। इस कूड़े का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया जाना चाहिए। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को भविष्य में पुन: इस तरह का कृत्य नहीं करने की चेतावनी भी दी है। इधर, सीएचसी के अधीक्षक डा. अतुल उपाध्याय ने बताया कि अस्पताल के एक चिकित्सक द्वारा कमरा खाली करने से वहां रखे बेकार सामान को कर्मचारी नदी किनारे ले गए और उस पर आग लगा दी, जो खेदजनक है। उन्होंने बताया कि भविष्य में इस प्रकार की गलती नहीं होगी। इस संबंध में अस्पताल के कर्मचारियों को भी निर्देशित कर दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति

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