शनिश्चरी अमावस्या : ऐंती पर्वत पर शनि भक्तों का उमड़ा का सैलाव


मुरैना, 29 मार्च (हि.स.)। शनिश्चरी अमावस्या को भगवान शनिदेव के दर्शन का धर्मलाभ लेने के लिए ऐंती पर्वत पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। शनिवार दोपहर शाम तक तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान शनिदेव का तेलाभिषेक कर धर्मलाभ लिया। बीती रात हिन्दू धर्म के अनुसार शनिश्चरी अमावस्या का आगमन तिथि में होते ही भगवान शनिदेव का पूर्ण अभिषेक किया गया।
जिला दण्डाधिकारी एवं कलेक्टर अंकित अस्थाना, पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कमलेश कुमार भार्गव एवं पूर्व चम्बल संभाग आयुक्त एमके अग्रवाल सहित उपस्थित सभी श्रद्धालु भगवान शनिदेव के पूर्ण अभिषेक में शामिल हुये। इस अवसर पर भगवान शनिदेव के गर्भ गृह सहित समूचे मंदिर परिसर को सुगंधित फूलों से आकर्षक साज-सज्जा की गई थी। श्रद्धालुओं को भगवान शनिदेव के सहज व सुलभ दर्शन होने से सभी अभिभूत हो गये थे। इसके लिये जिला प्रशासन ने व्यापक व्यवस्थाऐं कीं थीं।
दूरस्थ क्षेत्रों से आये श्रद्धालुओं का मानना है कि त्रेतायुगीन शनि मंदिर पर अपने कष्टों के निवारण व मनोती की गुहार भगवान पूरी करते हैं।
कलयुग में भगवान शनिदेव न्याय के देवता हैं। इसलिये वह बार-बार भगवान के दर्शन को ऐंती पर्वत पर आते हैं। हजारों श्रद्धालुओं का शनि मंदिर पर धर्मलाभ लाभ के लिये बार-बार आना होता है। ऐंती पर्वत स्थित त्रेतायुगीन शनि मंदिर पर भगवान शनिदेव के दर्शनों का सिलसिला आज रात 12 बजे तक अनवरत बना रहेगा।
श्रद्धालुओं को भगवान शनिदेव की पूजा व दान में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिये प्रशासन द्वारा आधा दर्जन से अधिक स्नानागार, नाई जोन, पुराने कपड़े व जूते दान करने वाले स्थल सहित वाहन पार्किंग व अन्य व्यवस्थायें मुहैया कराई थीं।
शनिश्चरी अमावस्या को भगवान शनिदेव का जन्मदिन माना जाता है। पुरातन मान्यताओं के अनुसार भगवान शनिदेव को प्रसन्न करने के लिये सरसों के तेल से अभिषेक करने के साथ ही श्रद्धालु बाल, पुराने कपड़े, जूते दान करते हैं। देश के अनेक श्रद्धालुओं द्वारा यहां पर विशाल भंडारे भी लगाए गए हैं। इनमें आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसादी वितरण का कार्य बीती शाम से निरंतर किया जा रहा है। श्रद्धालु मनौती के पूर्ण होने पर पूर्ण श्रद्धा भाव के साथ भगवान शनिदेव का अभिषेक प्रदर्शन करने के लिए आ रहा है। यहां आने वाले श्रद्धालु अत्यधिक प्रसन्न दिखाई दे रहे हैं क्योंकि भगवान शनिदेव उनके कष्ट का निवारण कर उनको सुख समृद्धि शांति प्रदान कर रहे हैं।
मुरैना के ऐंती पर्वत पर त्रेतायुगीन शनि मंदिर है।
श्रद्धालुओं व पुजारी के अनुसार त्रेतायुग में हनुमान जी द्वारा लंका दहन के दौरान भगवान शनिदेव को भारत भूमि की ओर प्रक्षेपित किया था। भगवान शनि देव उल्का पिंड के रूप में ऐंती पर्वत पर आए। भगवान शनिदेव की प्रतिमा के रूप में प्राणप्रतिष्ठा राजा विक्रमादित्य द्वारा कराई गई थी।
विधानसभा अध्यक्ष ने किया भगवान शनिदेव का तेलाभिषेक
मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर आज दोपहर ऐंती पर्वत स्थित शनि मंदिर पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ जिले के प्रभारी मंत्री करण ङ्क्षसह वर्मा भी साथ में थे। उनके द्वारा भगवान शनिदेव का तेलाभिषेक कर विधिवत पूजा अर्चना की। श्री तोमर तथा श्री वर्मा ने मुरैना व मध्यप्रदेशवासियों की सुख-शांती के लिये भगवान शनिदेव से प्रार्थना की। मंदिर के पुजारी द्वारा सभी का तुलादान भी कराया।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजू विश्वकर्मा