वाराणसी को डिस्ट्रिक्ट गवर्नेंस श्रेणी में स्काच गोल्ड अवार्ड, कुपोषण उन्मूलन में मिली सफलता

वाराणसी। जिला प्रशासन को डिस्ट्रिक्ट गवर्नेंस श्रेणी में प्रतिष्ठित स्काच गोल्ड अवार्ड 2025 प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार बाल विकास के क्षेत्र में "10 पॉइंट काशी स्ट्रेटजी टू रिड्यूस मॉल न्यूरिशमेंट" पहल के लिए प्रदान किया गया। दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की ओर से जिला कार्यक्रम अधिकारी डी.के. सिंह ने यह पुरस्कार प्राप्त किया।
वाराणसी में 6 वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण की दर को कम करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के नेतृत्व और मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल के मार्गदर्शन में 10 बिंदुओं पर आधारित एक विशेष कार्ययोजना बनाई गई। इस रणनीति पर अमल करते हुए पिछले दो वर्षों में गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या 4% से घटकर 0.12% और मध्यम कुपोषित बच्चों की संख्या 10% से घटकर 2% तक लाने में सफलता मिली।
10 पॉइंट काशी स्ट्रेटजी
बच्चों का नियमित वजन और लंबाई मापन तथा पोषण ट्रैकर पर हर महीने डेटा प्लॉटिंग। आयरन और मल्टीविटामिन सप्लीमेंटेशन कार्यक्रम का क्रियान्वयन, आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका की स्थापना ताकि ताजे पोषक तत्वों की उपलब्धता, अल्प वजन शिशुओं के लिए विशेष प्रबंधन योजनाएं, अनन्य (एक्सक्लूसिव) स्तनपान को बढ़ावा देने हेतु व्यापक जागरूकता अभियान, मिनी न्यूट्रिशन रिहैब सेंटर (एनआरसी) की स्थापना और संचालन, मिलेट लड्डू एवं मिलेट बार द्वारा अतिरिक्त पोषण की व्यवस्था, टेक होम राशन इकाइयों का पुनर्संयोजन और उनके प्रभावी संचालन की गारंटी, निरंतर निगरानी एवं कंट्रोल रूम से फॉलो-अप प्रणाली को सशक्त करना और पाक्षिक समीक्षा बैठकों के माध्यम से लक्ष्य को प्राप्त करना शामिल हैं।
नवाचार और नेतृत्व का परिणाम
जिला कार्यक्रम अधिकारी डी.के. सिंह ने कहा कि यह पुरस्कार जिलाधिकारी एस. राजलिंगम और मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल के कुशल नेतृत्व, नवाचार और सतत निगरानी का प्रतिफल है। इस पहल से जिले में कुपोषण उन्मूलन की दिशा में एक बड़ी सफलता मिली है, जिससे बाल विकास के क्षेत्र में वाराणसी ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत पहचान बनाई है।