जबलपुर में सगे भाई-बहन की करंट लगने से मौत, एक अन्य बच्चा, खेत के किनारे बिजली के तार की चपेट में आए

जबलपुर, 22 मार्च (हि.स.)। जबलपुर के पाटन थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह खेत के आसपास घूम रहे जानवरों को भगाने गए तीन बच्चे बिजली के तार की चपेट में आ गए। हादसे में सगे भाई-बहन की करंट लगने से मौत हो गई, जबकि एक अन्य बच्चा झुलस गया है, उसकी हालत गंभीर है। जिसे प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल काॅलेज रेफर किया गया है। इधर घटना से नाराज ग्रामीणाें ने बच्चाें के शवाें काे पाटन-शहपुरा रोड पर रखकर चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणाें का आराेप है कि बिजली विभाग के कर्मचारियाें के कारण घटना हुई, उन पर कढ़ी कार्रवाई की जाए। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पाटन थाना पुलिस और एसडीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीण शवों को अंतिम संस्कार के लिए गए।
जानकारी के अनुसार घटना सुरैया टोला गांव में शनिवार सुबह करीब 8 बजे की है। बच्चों के माता-पिता खेत में काम कर रहे थे। फसल के पास जानवर घूम रहे थे, जिन्हें भगाने के लिए देव (12) अपनी बहन पूजा (10) और दिलीप (12) के साथ खेत किनारे दौड़कर गया। इसी दौरान उनका पैर खेत में टूटे पड़े 11 केवी हाईटेंशन लाइन के तार पर पड़ गया, जिससे देव और पूजा की माैत हाे गई। वहीं, उनके साथ मौजूद दिलीप भी करंट की चपेट में आ गया, जिसे ग्रामीणों ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया। जिसे ईलाज के लिए पाटन स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। ग्रामीणों ने शवों को पाटन-शहपुरा रोड पर रखकर चक्काजाम कर दिया। उनका आरोप है कि बिजली विभाग ने शिकायत के बाद भी तार नहीं हटाए गए। दो दिन पहले ग्रामीणों ने खेत के किनारे बिजली का तार जमीन पर पड़े होने की सूचना एमपीईबी को दी थी। बिजली विभाग की तरफ से लाइन बंद कर तार ठीक करने का आश्वासन दिया जा रहा था। सुरैया टोला गांव में रहने वाले कुछ ग्रामीणों ने शुक्रवार शाम को भी बिजली विभाग के दफ्तर में जाकर तार को ठीक करने के लिए कहा था। विभाग के कर्मचारियों ने शनिवार को मौके पर जाकर तार सही करने की बात कही थी और आज सुबह यह हादसा हो गया। उन्होंने पाटन में पदस्थ जेई और लाइनमैन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। जिला प्रशासन के निर्देश पर बिजली विभाग की ओर से मृत बच्चों के परिजन को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। पाटन एसडीएम को मामले की जांच सौंप दी गई है। बिजली विभाग के लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश भी दिए गए हैं। पाटन एसडीएम मानवेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसडीएम ने घटना की जानकारी जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना और बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे