धर्मशाला में हाई कोर्ट सर्किट बेंच पर अपनी मंशा स्पष्ट करें मुख्यमंत्री : विश्व चक्षु

धर्मशाला, 29 मार्च (हि.स.)।
धर्मशाला में हाई कोर्ट की सर्किट बैंच खोलने को सरकार की मनाही पर वकीलों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ अपने तेवर कड़े कर लिए हैं। वकीलों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से वे अपनी मांग उठा रहे हैं, लेकिन इसे माना नहीं जा रहा। धर्मशाला बार एसोसिएशन के सदस्य एडवोकेट विश्व चक्षु ने शनिवार को कहा कि सरकार नहीं चाहती कि लोगों को घर के पास सस्ता कानूनी न्याय मिल सके। धर्मशाला में हाई कोर्ट की सर्किट बैंच न होने के कारण लो शिमला के चक्कर लगाने पर मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि सुक्खू पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने सीधे तौर पर धर्मशाला में हाई कोर्ट की सर्किट बेंच को लेकर मना कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की सुक्खू सरकार जनहित फैसले लेने से पीछे हट रही है। सरकार नहीं चाहती कि धर्मशाला में हाई कोर्ट की सर्किट बेंच स्थापित हो सके। विश्व चक्षु ने कहा कि अगर धर्मशाला में सर्किट बैंच खुलता है, तो वकीलों सहित आम लोगों को न्याय के लिए बड़ी राहत मिलेगी और शिमला की दौड़-दौड़ाई से निजात मिलेगी। साथ ही कर्मचारियों को भी न्याय पाने के लिए शिमला नहीं जाना पड़ेगा और उनके भी समय की बचत होगी। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुददे पर अपनी मानसिक मंशा स्पष्ट करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला में हाई कोर्ट के सर्किट बैंच की स्थापना होने से कांगड़ा-चंबा, ऊना, मंडी व हमीरपुर सहित आधे हिमाचल के लोगों को सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने सरकार से अग्रह किया है कि धर्मशाला में हाईकोर्ट की सर्किट बेंच खोलें। ना नुकर करके वकीलों को धरने-प्रदर्शन करने के लिए मज़बूर न करे।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया