बीआरओ में तैनात हिसार का बेटा अजय शहीद

खबर सुनते ही गांव में शोक की लहर
हिसार, 24 मार्च (हि.स.)। जिले के अग्रोहा क्षेत्र के संडोल गांव निवासी एक
सैनिक सिक्किम में शहीद हो गया है। वे बार्डर रोड आर्गेनाइजेशन (बीआरओ) में तैनात थे
और इन दिनों केन्द्र सरकार के रोड प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। इसी दौरान उनके साथ
दुर्घटना हो गई और वे शहीद हो गए। साेमवार काे जब उनके शहीद हाेने की सूचना गांव पहुंची ताे माहाैल गमगीन हाे गया।
बताया जा रहा है कि अग्रोहा क्षेत्र के गांव संडोल निवासी लगभग 26 वर्षीय अजय
सिक्किम में हुई दुर्घटना में शहीद हो गए हैं। अजय की 2018 में शादी हुई थी और उसकी
एक महीने की बेटी है। उनके पार्थिव शरीर को बुधवार को पैतृक गांव अग्रोहा लाया जाएगा।
परिवार को अंतिम दर्शन करवाने के बाद गांव के श्मशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम
संस्कार होगा। परिजनों के अनुसार अजय मार्च 2019 में सेना में भर्ती हुए थे। इन दिनों
बीआरओ में सेवा दे रहे थे जो सेना का ही विंग है और दुर्गम इलाकों में सड़कें बनाने
सहित अन्य काम करता है। अजय इन दिनों सिक्किम में रक्षा मंत्रालय के अधीन परियोजना
स्वास्तिक ( नेशनल हाईवे 10 को रिपेयर करने का काम) में कार्य कर रहे थे।
सिक्किम के बार्डर एरिया को जोड़ने वाला यह हाईवे बीते दिनों आई बाढ़ में टूट
गया था। यह हाईवे चीन के साथ वाले एरिया को भारत से जोड़ता है और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण
है। इसी दौरान एक हादसे में उन्होंने मातृभूमि की सेवा में अपने प्राण दे दिए। उधर,
BRO के अधिकारियों ने कहा कि अपनी सेवा के दौरान उन्होंने हमेशा जिम्मेदारी और निष्ठा
का परिचय दिया। सीमा सड़क संगठन के लिए उनकी मृत्यु अपूर्णीय क्षति है।
अजय का जन्म 14 फरवरी 1993 को हुआ था। उसके पिता हरपाल और मां रोशनी गांव में
रहकर अपनी खेतीबाड़ी करते हैं। अजय पत्नी सुशीला और बेटी के साथ सिक्किम में ही आर्मी
क्वाटर में ही साथ रह रहे थे। उनके शहादत की सूचना जैसे ही गांव पहुंची तो हर कोई शोकग्रस्त
हो गया। परिवार को जहां बेटे की शहादत पर फख्र है तो वहीं बेटे को खोने का गम भी है।
पत्नी और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार को ढांढ़स बंधाने के लिए गांव के लोग
पहुंच रहे हैं।
अजय परिवार के इकलौते बेटे थे। उनकी दो बहने हैं और दोनों ही बड़ी हैं। दोनों
की शादी हो चुकी है। भाई की मौत की खबर के बाद से बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। अजय
बहनों के साथ ही परिवार में सबका लाडला था। परिजनों ने बताया कि अजय ने 22 मार्च को
अपनी बेटी के एक साल पूरे होने पर आर्मी क्वाटर में ही पत्नी के साथ बेटी का जन्मदिन
मनाया था। शहीद अजय के बुआ के लड़के राजेंद्र ने बताया कि उसकी शादी 30 मार्च को होनी
है। 23 मार्च को अजय से बात हुई थी। अजय ने उसकी शादी में आने के लिए कहा था। चाचा
सत्यवान रामनिवास राजेंद्र ने बताया कि अजय बहुत मेहनती था।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर