पर्यावरण का संरक्षण और सफाई को लेकर ग्रामीण कर रहे कार्य

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- जिले में मनाया जा रहा स्वच्छ हरित ग्राम सप्ताह

धमतरी, 12 जून (हि.स.)। धमतरी जिले के गांवों में हरियाली की चादर बिछाने और आसपास काे साफ-सुथरा रखने के लिए लगातार विविध कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसके तहत गांव की गलियों की सफाई के साथ गांवों में स्थित पुराने पेड़ों को संरक्षित करने रक्षासूत्र बांधा जा रहा है, वहीं जल संरक्षण को लेकर मितानिन व अन्य जागरूक महिलाएं ग्रामीणों को जागरूक कर रही हैं।

स्वच्छ हरित ग्राम सप्ताह के तहत गांवों में सफाई व हरियाली को लेकर अभियान चलाया गया।

जिला प्रशासन द्वारा पर्यावरण संरक्षित करने ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान स्वच्छता, हरियाली, प्लास्टिक सामग्री जलाने से प्रदूषित वातावरण की जानकारी, गांव को स्वच्छ प्लास्टिक मुक्त और हरा भरा बनाने का संदेश दी जा रही है। इसके तहत जिले के ग्राम पंचायतों में जनप्रतिनिधियों, सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, मेट, बिहान समूह की महिलाएं, ग्रीन आर्मी स्वच्छता समूह की दीदी, स्वयं सेवी संस्था प्रथम, प्रदान संस्था, एग्रीकेट सोसायटी, अजीम प्रेमजी फाउडेंशन, राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े लोगों द्वारा योजना को साकार किया जा रहा है। धमतरी विकासखंड के ग्राम पंचायत मुड़पार, बरारी, बेन्द्रानवागांव, सोरम, बलियारा, सेमरा बी, सेहराडबरी, पीपरछेड़ी ग, धौराभाठा, बिरेतरा, बिजनापुरी, देमार, गुजरा, रांवा, सारंगपुरी, कुरूद विकासखंड के ग्राम पंचायत मड़ेली, गणेशपुर, भैसबोड़, कोड़ेबोड़, कोर्रा, ईर्रा, भेण्डरवानी, गातापार को, कमरौद, सिरसिदा, भुसरेगा, धूमा, विंचरी, संकरी, मगरलोड विकासखंड के ग्राम पंचायत कोरगांव, परसाबुड़ा, नवागांव (खि), भोथीडीह, परसट्टी, मोतिमपुर, सिंगपुर, कुल्हाड़ीकोट, नगरी विकासखंड के ग्राम पंचायत फरसिंया, रानीगांव, मल्हारी, उमरगांव, भुरसीडोंगरी, हिर्रीडीह, गढ़डोंगरी रै, खल्लारी, मौहाबाहरा, कांटाकुर्रीडीह, जबर्रा, गट्टासिल्ली, राजपुर, बटनहर्रा, हरदीभाठा, छिपलीपारा, मुकुंदपुर, सिहावा, भीतररास के ग्रामीणों द्वारा स्वच्छता के लिए सामुदायिक शौचालय की साफ-सफाई की गई। इसके साथ ही हैंडपंप के आस पास एवं वहां उगे खरपतवार को साफ-सफाई करते हुए एकत्रित गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था की गई। श्रमदान करके गांव की गलियों की साफ-सफाई, पर्यावरण जागरूकता लाने के लिए पुराने वृक्षों पर ग्रामीण महिलाओं द्वारा रक्षा सूत्र बांधा गया। जिला पंचायत सीईओ रोमा श्रीवास्तव ने बताया कि स्वच्छ हरित ग्राम सप्ताह के तहत पंचायतों में सार्वजनिक जल स्त्रोतों के पास की साफ-सफाई, गंदे पानी निकासी के लिए सोकपिट एवं किचन गार्डन का निर्माण, स्कूल, आंगनबाड़ी एवं शासकीय भवनों में पेयजल स्त्रोतों की साफ-सफाई, पंचायत में जल कर की चर्चा एवं नियोजन कार्य, रेनवाटर हार्वेंस्टिंग मरम्मत एवं निर्माण कार्य, रिचार्ज एवं सोकपिट का निर्माण, जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के लिए ग्रामीणों में जागरूकता के लिए सामूहिक चर्चा के साथ प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जलदूत एप्प के माध्यम से मानसून में खुले कुंओं के जल स्तर सर्वेक्षण कार्य कराये जा रहे हैं, इससे गांवों के कुंओ के जलस्तर की जानकारी फोटो के साथ अपलोड होगी। जल स्तर मापने के लिए सचिव, रोजगार सहायक एवं तकनीकी सहायक द्वारा मानसून से पहले और मानसून के बाद चयनित कुंओं के जलस्तर को मापने का कार्य कराया जा रहा है।

किचन गार्डन प्रकृति के साथ संबंध को बढ़ावा देता है

महानदी तट पर स्थित महानंदेश्वर मंदिर नगरी की एफएलसीआरपी संध्या मानिकपुरी एवं सक्रिय महिला योगश्वरी ठाकुर ने मंदिर परिसर के आसपास की साफ-सफाई करते हुए बताया कि स्वच्छता का मतलब कई अलग-अलग अभ्यासों से है। स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देने के लिए व्यक्ति को स्वस्थ और स्वच्छता निहायत जरूरी है। जिसके लिए पर्यावरण को साफ सुथरा रखना होगा। ग्राम पंचायत घोटगांव नगरी की कृषि मित्र बबीता साहू ने पर्यावरण के लिए स्वयं गढ्ढा खोदकर पौधा का रोपण किया। किचन गार्डन के लिए जमीन तैयार किया गया, वहीं स्कूल के पास कचरा के संग्रहण के लिए कूड़ादान बनाकर स्वच्छता की मिशाल पेश की। किचन गार्डन के संबंध में उन्होंने बताया कि यह प्रकृति के साथ संबंध को बढ़ावा देता है। बाहरी गतिविधियों को प्रोत्साहित करता है और अपने स्वयं के भोजन का पोषण और फसल के रूप में उपलब्धि की भावना प्रदान करता है।

बायो कंपोस्ट जैविक खाद बनाया जा रहा

कुरुद विकासखंड के ग्राम पंचायत कन्हारपुरी, भालूझूला के ग्रीन आर्मी सदस्यों ने बताया कि बायो कंपोस्ट जैविक खाद बनाने के लिए गांव में यत्र-तत्र बिखरे हुए सब्जी बाजार से सब्जियों के अवशेष को उठाकर जैविक खाद बनाने के लिए संग्रहित किया गया। प्लास्टिक संबंधी वस्तुओं को संग्रहण कर मणीकंचन केंद्र में छंटाई के लिए संग्रहण किया गया जो आमदनी का हिस्सा बनेगा। मगरलोड विकासखंड के ग्राम पंचायत शुक्लाभाठा की ग्रामीण महिलाओं द्वारा जल जगार में पानी बचाकर पौध रोपण करने ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। इसके माध्यम से जलस्तर में वृद्धि के लिए जल जगार उत्सव मनाकर हैंडपंप में रिचार्ज स्ट्रक्चर बनाने लोगों को प्रेरित कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा/गायत्री

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