पंचायत सचिवों ने काम पर लौटने के आदेश की प्रतियां जलाकर किया विरोध

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पंचायत सचिवों ने काम पर लौटने के आदेश की प्रतियां जलाकर किया विरोध


धमतरी, 22 मार्च (हि.स.)। पंचायत सचिवों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के पांचवें दिन शन‍िवार को पंचायत संचालनालय छत्तीसगढ़ से जारी आदेश की प्रतियां जलाकर विरोध जताया, जिसमें कर्मचारियों को 24 घंटे के भीतर हड़ताल समाप्त कर काम में लौटने का आदेश जारी हुआ है। जिले के पंचायत सचिव अपने-अपने ब्लाक में 18 मार्च से शासकीयकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठे हैं।

इस कड़ी में धमतरी ब्लाक के पंचायत सचिवों का गांधी मैदान में अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। 21 मार्च को पंचायत संचालनालय द्वारा आदेश जारी किया गया है कि 17 मार्च से पंचायत सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिसकी वजह से प्रदेश के ग्राम पंचायतों का कार्य प्रभावित हो रहा है। ग्राम पंचायतों के कार्यों की अनिवार्यता को दृष्टिगत रखते हुए 24 घंटे के भीतर हड़ताल समाप्त अपने कार्य पर लौटने कहा गया है। इसके साथ ही आदेश की अवहेलना करने पर ग्राम पंचायत सचिवों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात कही गई है।

पंचायत सचिव संघ के होरी लाल साहू, कोमल नेताम, हेमंत साहू, पूर्णिमा साहू और गिरजा चंदेल ने बताया कि 29 वर्ष से पंचायत सचिव के रूप में काम कर रहे हैं। इसमें से कई कर्मचारी दो-तीन महीने में 62 वर्ष की आयु पूरा कर रिटायर होने वाले है। इसके बाद इन कर्मचारियों को शासन से किसी प्रकार का पेंशन नहीं मिलेगा। 17 मार्च को विधानसभा का घेराव किए थे। और 18 मार्च से अपने - अपने ब्लाक में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे है। संघ की एक ही बहुप्रतीक्षित मांग है कि पंचायत सचिवों का शासकीयकरण किया जाएं। भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान शासकीयकरण करने गारंटी दिया था, लेकिन आज दिनांक तक शासन की ओर इस पर कोई पहल नहीं किया गया।

हड़ताल को समाप्त कर 24 घंटे में काम कर लौटने का आदेश जारी किया गया है। इसका पुरजोर विरोध करते हुए आदेश की प्रतियां जलाएं है। जब तक मांग पूरी नहीं होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा। ग्राम पंचायतों के कार्य हो रहे प्रभावित: जिले में 300 से अधिक सचिव ग्राम पंचायतों में कार्यरत है। जिसमें धमतरी ब्लाक में कुल 80 पंचायत सचिव कार्यरत है। इनके हड़ताल में जाने से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, आय-जाति प्रमाण पत्र, पीएम आवास सर्वे, पेयजल समस्या, आरटीई में प्रवेश के पूर्व बीपीएल प्रमाण पत्र, पंचायत क्षेत्र के निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ शासन की अन्य कई योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

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