रेसिप्रोकल टैरिफ की चिंता से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना पहली बार 3,100 डॉलर के पार

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रेसिप्रोकल टैरिफ की चिंता से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना पहली बार 3,100 डॉलर के पार


नई दिल्ली, 31 मार्च (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऐलान के मुताबिक रेसिप्रोकल टैरिफ लागू होने के पहले ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मजबूती के नए शिखर पर पहुंच गया है। आज पहली बार सोने की कीमत 3,100 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार करके 3,107.26 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गई। मार्च के महीने में अभी तक सोने की कीमत में करीब 8 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है। इसी तरह 2025 में अभी तक सोना 18 प्रतिशत चढ़ चुका है।

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका के रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने का ऐलान करने की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार के हर सेगमेंट में चिंता बढ़ गई है। इसीलिए बड़े निवेशक सेफ इन्वेस्टमेंट के रूप में सोने में निवेश करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इसी वजह से इस चमकीली धातु की कीमत में लगातार तेजी बनी हुई है। कैपेक्स गोल्ड एंड इन्वेस्टमेंट्स के सीईओ राजीव दत्ता का कहना है कि इस सप्ताह ट्रंप प्रशासन टैरिफ को लेकर क्या रुख अपनाता है, उस पर ग्लोबल मार्केट की नजर टिकी रहने वाली है। अगर रिसिप्रोकल टैरिफ को लेकर कड़ाई की गई, तो सोना 3,200 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक भी पहुंच सकता है। यदि 2 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रिसिप्रोकल टैरिफ को लेकर नरमी दिखाई, तो इंटरनेशनल मार्केट में सोने में हाई लेवल पर प्रॉफिट बुकिंग की स्थिति भी बन सकती है।

जानकारों का कहना है कि रेसिप्रोकल टैरिफ की शुरुआत होने के पहले ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुका है। ऐसी स्थिति में रेसिप्रोकल टैरिफ लागू होने से दुनिया में ट्रेड वॉर बढ़ने की आशंका बन जाएगी, जिसका प्रत्यक्ष असर सोने की कीमत में तेजी के रूप में देखा जा सकता है। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में इसी तरह तेजी जारी रही, तो इसका असर भारत के सर्राफा बाजार पर भी पड़ेगा, क्योंकि भारत अपनी जरूरत का 99 प्रतिशत से भी अधिक सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार से खरीदना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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