उप्र में वर्ष 2017 से पहले किसान आत्महत्या करता था : अनिल कुमार

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उप्र में वर्ष 2017 से पहले किसान आत्महत्या करता था : अनिल कुमार


मुरादाबाद, 25 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से पहले किसान आत्महत्या करता था। महिलाएं लड़कियां असुरक्षित थीं। युवाओं के सामने पहचान का संकट था। प्रदेश में आए दिन दंगे होते थे। अराजकता का माहौल बना रहता था। यह बातें उत्तर प्रदेश में मंत्री व मुरादाबाद जनपद के प्रभारी मंत्री अनिल कुमार ने मुरादाबाद में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।

प्रभारी मंत्री अनिल कुमार ने मंगलवार को दिल्ली रोड स्थित सर्किट हाउस में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ नेतृत्व में प्रदेश सरकार सेवा, सुरक्षा और सुशासन नीति पर कार्य कर रही है। आठ साल पहले यूपी बीमारू राज्य माना जाता था। आज देश की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में जाना जा रहा है। आज हर सेक्टर में यूपी देश के विकास में ब्रेक थ्रू के रूप में देखा जा रहा है।

प्रभारी मंत्री ने बताया कि मौजूदा सरकार ने 2017 से 2023 तक गेंहू क्रय का ढाई गुना ज्यादा 3424 करोड़ भुगतान किया। धान के क्रय में 88746 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से दिया गया। सरकार ने 32 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि को बाढ़ से बचाने का कार्य किया। प्रदेश में निराश्रित गोवंश के लिए 7700 से अधिक गो आश्रय स्थल बनवाए। उसमें 12 लाख 50 हजार से अधिक गोवंश का संरक्षण सरकार स्वयं कर रही है। साथ ही सहभागिता योजना के माध्यम से एक लाख पांच हजार पशुपालकों को एक लाख 63 हजार गोवंश उनकी सुपुर्दगी में दिया गया। इसके लिए सरकार 1500 रुपये प्रति गोवंश प्रति माह दे रही है। उत्तर प्रदेश ने गरीब कल्याण क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई है। 15 करोड़ प्रदेशवासी मुफ्त राशन प्राप्त कर रहे हैं। 56 लाख जनमानस को आवास की सुविधा दी गई। एक करोड़ छह लाख महिला वृद्धजनों को पेंशन मिल रही है। डीबीटी के माध्यम से पैसा पहुंचाने में यूपी देश में पहले स्थान पर है।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल

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