राम-सीता विवाह प्रसंग सुनकर श्रद्धालु हुए भावविभोर

WhatsApp Channel Join Now
राम-सीता विवाह प्रसंग सुनकर श्रद्धालु हुए भावविभोर


मुरादाबाद, 21 मार्च (हिं.स.)। हरे कृष्ण सेवा न्यास समिति के तत्वावधान में नवदिवसीय श्री राम कथा महोत्सव चतुर्थ दिन व्हाइट हाउस में शुक्रवार को राजस्थान जोधपुर के संत मुरलीधरजी महाराज ने राम सीता विवाह व परशुराम संवाद का मनमोहन वर्णन किया। श्री रामचरित मानस की कथा में राम-सीता विवाह प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए।

मुरलीधर महाराज ने तुलसीकृत रामायण जी के सीता स्वयंवर राम सीता विवाह और परशुराम लक्ष्मण संवाद का वर्णन करते हुए बताया कि जनक जी ने अपनी बेटी सीता के विवाह के लिए धनुष यज्ञ का आयोजन रखा तो उसमें देश-विदेश के दूर-दूर से करीब 10 हजार राजा महाराजा शिव के धनुष को तोड़ने के लिए स्वयंवर में पहुंचे थे। रावण और बाणासुर जैसे महा योद्धा भी सीता जी से विवाह करने के लिए पूरी ताकत के साथ धनुष को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन धनुष तोड़ने की बात तो दूर बड़े-बड़े राजा महाराजा धनुष को हिला नहीं सके।

उन्होंने कथा सुनाते हुए आगे कहा कि गुरु विश्व मित्र के साथ दोनों राजकुमार राम और लक्ष्मण बैठे होते हैं। वह सब जान रहे हैं कि राजा जनक जी के मन में क्या विचार चल हैं, जनक जी बोले कि मुझे लगता है कि शायद पृथ्वी पर ऐसा कोई वीर नहीं है जो की धनुष को तोड़ दे। मुझे तो सारी पृथ्वी खाली नजर आ रही है। इस प्रकार के वचन जब राम जी के भ्राता लक्ष्मण जी ने सुने तो वह सभा में उठकर खड़े होते हैं और कहते हैं कि है राजन आपने ऐसे कैसे इतनी बड़ी बात कह दी कि पृथ्वी वीरों से खाली है। अगर गुरु जी और बड़े भाई मुझे आज्ञा दें तो आप तो धनुष तोड़ने की बात कह रहे हैं मैं सारा ब्रह्मांड भी उठा सकता हूं और जल को थल और थल को जल में परिवर्तन कर सकता हूं। इस प्रकार से लक्ष्मण जी के कठोर वचन सुनकर गुरु विश्वामित्र उन्हें बैठने का इशारा करते हैं। इसी दौरान श्री राम गुरु विश्वामित्र को प्रणाम करते हुए मन में गुरु का स्मरण कर खड़े होते हैं और धनुष को उठाकर दो टुकड़े कर देते हैं। जैसे ही भगवान राम ने धनुष तोड़ा तो जनकपुरी में आयोजित सीता स्वयंवर में भगवान श्री राम के जय जयकार गूंज उठे।

पूजन पंडित कैलाश मुरारी ने विधि विधान से सम्पन्न कराया। मुख्य यजमान तोदी परिवार के बनवारी लाल तोदी बंटी सपत्नीक उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि समाजसेवी गोपाल मिश्रा व शकुंतला पारिख रहीं।

हरे कृष्ण सेवा न्यास समिति के समिति के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र शर्मा ने बताया कि नव दिवसीय राम कथा महोत्सव 25 मार्च तक व्हाइट हाउस में प्रतिदिन दोपहर 3 बजे सायं 7 बजे तक होगी। 25 मार्च को राज्याभिषेक होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल

Share this story

News Hub