सोनीपत का स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय पुरातन जीवन का अनूठा दर्पण: मोती लाल

-संग्रहालय में 100
से लेकर 5000 वर्ष पुरानी वस्तुएं उपलब्ध
सोनीपत, 23 मार्च (हि.स.)। बिहार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मोतीलाल
प्रसाद ने रविवार सुबह सोनीपत के स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय का दौरा किया। इस अवसर पर
ब्यूटीफिकेशन सोसाइटी के सदस्य सचिव राजेश खत्री ने उनका स्वागत किया और उन्हें महाभारत
काल से जुड़ी ऐतिहासिक जानकारी दी।
मंत्री ने संग्रहालय में संरक्षित प्राचीन वस्तुओं
की सराहना करते हुए कहा कि यह पुरातन जीवन का अनूठा दर्पणहै। ये मूल वस्तुएं पुरानी जीवनशैली
को जीवंत रूप से दर्शाती हैं। उन्होंने इसे महाभारत के पांच गांवों से जुड़े स्थल के
रूप में पहचान दिलाई और भविष्य में देश-विदेश के पर्यटकों के लिए इसे आकर्षण का प्रमुख
केंद्र बताया।
मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने संग्रहालय से प्रभावित होकर कहा
कि उन्हें यहां आकर बेहद प्रसन्नता हुई। वे बिहार में भी इस तरह के संग्रहालय की स्थापना
को लेकर चर्चा करेंगे। उन्होंने बताया कि बिहार में अशोक काल से लेकर बोधगया तक का
समृद्ध प्राचीन इतिहास मौजूद है, जिसे सोनीपत की तर्ज पर संरक्षित किया जा सकता है। ब्यूटीफिकेशन समिति के सचिव राजेश खत्री ने जानकारी दी कि
संग्रहालय में 100 से 5000 साल पुरानी वस्तुएं जिला वासियों द्वारा उपलब्ध कराई गई
हैं। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत आईजीएनसीए के सहयोग से इन्हें 23 गैलरियों
में सजाया गया है। इनमें वैदिक, रामायण, महाभारत, ऋषि-मुनि, स्वतंत्रता सेनानी, पुलिस,
करंसी, खेती, रेलवे स्टेशन आदि शामिल हैं। 200 साल पुराना स्टीम रोड रोलर और रहट जैसे
प्रदर्शन अंतिम चरण में हैं। खत्री ने बताया कि एक ही छत के नीचे हर विषय की गैलरी
बनाई गई है, जो प्राचीन जीवन को जीवंत करती हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह
सैनी जल्द ही संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। यह संग्रहालय न केवल इतिहास प्रेमियों,
बल्कि पर्यटकों के लिए भी अनूठा अनुभव प्रदान करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना