धूमधाम से मनाया भगवान आदिनाथ का जन्म कल्याणक महोत्सव


जयपुर, 23 मार्च (हि.स.)। दिगंबर जैन युवा एवं महिला संगठनों की प्रदेश स्तरीय पंजीकृत प्रतिनिधि संस्था राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के तत्वावधान में सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ (ऋषभदेव) के जन्म कल्याणक दिवस पर रविवार को राजधानी जयपुर में पहली बार विशाल वाहन रथयात्रा निकाली गई। यह यात्रा प्रतापनगर के सेक्टर 17 स्थित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर से रवाना होकर 22 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए मानसरोवर में मीरा मार्ग स्थित आदिनाथ भवन पर सम्पन्न हुई।
वाहन रथयात्रा में भगवान आदिनाथ के जीवन चरित्र को दर्शाती झांकियों के साथ बड़ी संख्या में जैन समाज के बंधु अपने दोपहिया और चौपहिया वाहनों सहित शामिल हुए। समापन स्थल पर मीरा मार्ग स्थित आदिनाथ भवन में विशाल धर्मसभा का आयोजन किया गया। राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन और प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि प्रतापनगर के हल्दीघाटी मार्ग स्थित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर से प्रातः 8:30 बजे समाजश्रेष्ठी एन.के. सेठी, सुधांशु कासलीवाल, विवेक काला और ज्ञानचंद झांझरी ने जैन ध्वज दिखाकर इस वाहन रथयात्रा का शुभारंभ किया। इसके पश्चात सामूहिक दर्शन, अभिषेक, शांतिधारा और महाआरती का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में समाज के गणमान्य लोगों ने यात्रा में भाग लेने वाली टीम का स्वागत एवं सम्मान किया।
यह वाहन रथयात्रा हल्दीघाटी गेट, टोंक रोड, दुर्गापुरा, महावीर नगर, गोपालपुरा बाईपास, मानसरोवर के मध्यम मार्ग, न्यू सांगानेर रोड, बी-2 बाईपास चौराहा, थड़ी मार्केट चौराहा और विजय पथ चौराहा सहित विभिन्न मार्गों से होते हुए अग्रवाल फार्म के मीरा मार्ग स्थित आदिनाथ भवन पहुंची, जहां यह शोभायात्रा में बदल गई। यात्रा में भगवान आदिनाथ की प्रतिमा को लेकर श्रद्धालु बैंड-बाजों के साथ नाचते-गाते आदिनाथ भवन पहुंचे, जहां धर्मसभा, श्रीजी के कलशाभिषेक और महाआरती का भव्य आयोजन किया गया।
शहर के 51 से अधिक दिगंबर जैन मंदिरों, कई सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों और विभिन्न समाजों द्वारा रथयात्रा पर पुष्पवर्षा की गई और भगवान आदिनाथ के मुख्य रथ की आरती की गई। इस दौरान पुष्पक विमान से भी पुष्पवर्षा करवाई गई। रथयात्रा में भगवान आदिनाथ से संबंधित झांकियां, 24 तीर्थंकरों के रथ, भरत के भारत की झांकी, भजन मंडलियां, लवाजमा, बैंड-बाजे, नारे लिखी तख्तियां, डीजे, विंटेज कारें, बैनर, झंडे और महिला मंडलों के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियां भी शामिल थीं। देश के विभिन्न तीर्थ क्षेत्रों में स्थापित भगवान आदिनाथ की प्रतिमाओं के चित्र बग्घियों में विराजमान कर शोभायात्रा का हिस्सा बनाए गए।
करीब पांच किलोमीटर लंबी यह वाहन रथयात्रा जब मीरा मार्ग पहुंची, तो इसका अंतिम छोर गर्जर की थड़ी पर था। युवा और महिलाएं भक्ति में लीन होकर नृत्य करते हुए रथयात्रा में शामिल हुए। जयकारों के बीच श्रीजी के कलशाभिषेक किए गए। श्रीजी की माल का पुण्यार्जन लोकेन्द्र पाटनी राजभवन वाले परिवार ने किया। श्रद्धालु भक्ति में झूमते हुए श्रीजी की महाआरती में शामिल हुए। गायक गौरव जैन कुचामन के भक्तिमय भजनों पर पूरा सभागार नाच उठा।
वाहन रथयात्रा में प्रारंभ से दोपहिया और चौपहिया वाहनों के साथ शामिल हुए महिला-पुरुषों के लिए लकी ड्रॉ पुरस्कार भी दिए गए। धर्मसभा में उपस्थित जैन समाज के बंधुओं ने सरकार से आगामी वर्षों में आदिनाथ जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की। मंच संचालन विनोद जैन कोटखावदा और सुभाष बज ने किया, जबकि आभार मीरा मार्ग कमेटी के मंत्री राजेंद्र सेठी ने व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में समाज बंधुओं के लिए वात्सल्य सहभोज का आयोजन किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश