खरगोनः स्नेह सम्मेलन में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन

- भारतीय ज्ञान परंपरा के महानायकों पर चित्रात्मक प्रदर्शनी का भी प्रदर्शन किया गया
खरगोन, 25 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस खरगोन में तीन दिवसीय स्नेह सम्मेलन के द्वितीय दिवस मंगलवार को उद्घाटन समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ आयोजन हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में एकल गायन, सामूहिक गायन, एकल नृत्य, सामूहिक नृत्य सहित विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कलेक्टर भव्या मित्तल ने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया और शिक्षा में संतुलन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लाभ एवं दुष्परिणाम, अच्छे मित्रों का महत्व तथा यात्राओं से मिलने वाला ज्ञान दुनिया की किसी किताब में नहीं मिल सकता है समझाया। कलेक्टर ने इस पहल की सराहना करते हुए विशेष रूप से युवाओं को भारतीय ज्ञान परंपरा से परिचित कराने के लिए इस प्रदर्शनी को महत्वपूर्ण बताया। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष दीपक कानूनगो ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा और संस्कृति का संगम व्यक्तित्व विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने छात्रों को अपनी प्रतिभा निखारने और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. शैल जोशी ने कार्यक्रम की गरिमामय शुरुआत करते हुए स्वागत भाषण दिया। इसके पश्चात उन्होंने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें महाविद्यालय की शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों के साथ-साथ वर्ष भर की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ एवं प्रतियोगिताएँ
स्नेह सम्मेलन प्रभारी डॉ. रविंद्र बर्वे ने बताया कि स्नेह सम्मेलन के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी कला और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। दर्शकों ने हर प्रस्तुति का भरपूर आनंद लिया और प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
प्रतियोगिताओं में विजेता ये रहे
एकल गायन में प्रथम स्थान पूजा भावसार, द्वितीय स्थान राहुल रायपुरिया तथा तृतीय स्थान अंजलि भालसे को प्राप्त हुआ। एकल गायन (विधि महाविद्यालय) में प्रथम स्थान पूनम जोशी, द्वितीय स्थान मोमिना शेख, समूह गायन प्रथम स्थान पूजा सोलंकी एवं समूह, एकल नृत्य में प्रथम स्थान पायल चौहान, द्वितीय स्थान संयुक्त रूप से स्नेहा डोंगरे एवं मोहिनी भालसे तथा तृतीय स्थान में संयुक रूप से मनस्वी वर्मा एवं गायत्री मेडा, एकल नृत्य (विधि महाविद्यालय) में प्रथम स्थान सुरभि सोनी, युगल नृत्य में प्रथम स्थान संयुक्त रूप से गौतम भालसे एवं शिवानी यादव और द्वितीय स्थान पर संयुक रूप से मोहिनी भालसे एवं मनस्वी वर्मा, समूह नृत्य में प्रथम स्थान मिथुन जाधव एंड ग्रुप, द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से मनीष डावर एवं समूह और खुशी गोयल एवं समूह, तृतीय स्थान जायोशी यादव एवं समूह रहा।
शिक्षकों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया और विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया। पीजी कॉलेज खरगोन द्वारा आयोजित यह भव्य सांस्कृतिक आयोजन छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रेरणादायक रहा। भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के अंतर्गत भारतीय ज्ञान परंपरा के महानायकों पर चित्रात्मक प्रदर्शनी का भी प्रदर्शन किया गया। भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा के महानायक एक प्रेरणादायक चित्रात्मक प्रदर्शनी का प्रदर्शन किया गया।
प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. गणेश पाटिल ने बताया कि प्रदर्शनी में प्राचीन भारत के महान विद्वानों, दार्शनिकों, वैज्ञानिकों और समाज सुधारकों के जीवन और योगदान को चित्रों व जानकारीपूर्ण प्रदर्शनों के माध्यम से दर्शाया गया। प्रकोष्ठ का एक प्रयास था कि विद्यार्थी अपने प्राचीन गौरव तथा वैभव को जान सके।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर