पानी और बिजली संकट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, गरीब परिवारों के लिए राहत की मांग की

जम्मू, 25 मार्च (हि.स.)। मिशन स्टेटहुड जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष सुनील डिंपल ने महिलाओं और स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर गरीब परिवारों के लिए पीने के पानी की भारी कमी और बिजली कनेक्शन काटे जाने के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए डिंपल ने आरोप लगाया कि पिछले एक सप्ताह से जम्मू शहर के कई इलाकों में पीने के पानी का गंभीर संकट है, पानी के टैंकर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने इस संकट के लिए दिहाड़ी मजदूरों की चल रही हड़ताल को जिम्मेदार ठहराया और मांग की कि सरकार इस मुद्दे को हल करने के लिए तत्काल कदम उठाए।
डिंपल ने पीडीडी एमनेस्टी स्कीम के तहत बिजली बिल माफ करने की पुरजोर वकालत की और हड़ताली दिहाड़ी मजदूरों को पूरा समर्थन देते हुए उनकी मांगों को वास्तविक और न्यायोचित बताया। उन्होंने भाजपा पर 2014 से एक भी दिहाड़ी मजदूर को नियमित करने में विफल रहने और न्यूनतम मजदूरी अधिनियम को लागू न करने का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार से दिहाड़ी मजदूरों का वेतन बढ़ाकर 25,000 रूपये प्रति माह करने का आग्रह किया।
डिंपल ने दिहाड़ी मजदूरों से मुख्य सचिव, वित्त आयुक्त, विधि सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों वाली सरकारी समिति से बातचीत करने की अपील की। निवासियों के लिए तत्काल राहत की मांग करते हुए उन्होंने प्रभावित इलाकों में पानी के टैंकरों की तत्काल आपूर्ति और जम्मू शहर के लिए चिनाब-अखनूर जलापूर्ति परियोजना के निर्माण में तेजी लाने का आह्वान किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने लोगों के लिए मुफ्त बिजली और पीने के पानी पर जोर दिया।
उन्होंने आगे सलाल, उरी और रतले बिजली परियोजनाओं को जम्मू-कश्मीर में वापस करने और वंचित परिवारों के लिए बिजली बिल माफ करने की मांग की। बिजली कनेक्शनों के खिलाफ जन आंदोलन शुरू करते हुए डिंपल ने सभी के लिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली, बिजली कटौती को खत्म करने और बिगड़ते जल संकट के समाधान की मांग की। डिंपल ने जम्मू-कश्मीर के पीडीडी विभाग के निजीकरण और स्मार्ट मीटर की शुरूआत को बिजली कटौती में वृद्धि के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दावा किया कि इनसे मीटर वाले क्षेत्रों में बिजली की स्थिति और खराब हो गई है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा