नशा मुक्ति अभियान में संस्कृत के छात्रों ने निकाली साइकिल यात्रा

60 विद्यार्थियों का जत्था 38.6 किलोमीटर साइकिल चलाएगा और रात्रि विश्राम करेगा
वाराणसी, 25 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के निर्देश पर मंगलवार को सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के 60 विद्यार्थियों का जत्था नशा मुक्ति अभियान के तहत साइकिल यात्रा पर निकला। विश्वविद्यालय के मुख्य ऐतिहासिक भवन से इस यात्रा की शुरुआत कुलसचिव राकेश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर की। यात्रा से पहले कुलसचिव राकेश कुमार ने विद्यार्थियों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाते हुए यात्रा के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह यात्रा नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित की गई है।
कुलसचिव ने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों को नशे के खतरों के बारे में बताना और समाज में नशे के खिलाफ सकारात्मक संदेश भेजना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से नशे के खिलाफ समाज में एकजुटता बढ़ेगी और लोग नशे से बचने के लिए प्रेरित होंगे। यह नशा मुक्ति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यात्रा के संयोजक प्रो. राघवेन्द्र दुबे ने बताया कि यह साइकिल यात्रा 38.6 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। पहले दिन यात्रा का काफिला पाण्डेयपुर, सारनाथ, उमरहां सर्ववेद मंदिर से होते हुए कैथी मार्कण्डेय महादेव मंदिर पहुंचेगा, जहां रात्रि विश्राम होगा। अगले दिन 26 मार्च को यात्रा का दूसरा चरण शुरू होगा, जिसमें मार्कण्डेय महादेव से पड़ाव, रामनगर किला पहुंचकर विश्राम करेंगे। तीसरे दिन 27 मार्च को यात्रा रामनगर किला से कर्दमेश्वर, भीमचंडी, रामेश्वरम होते हुए 41.8 किलोमीटर की यात्रा तय करेगी। चौथे दिन 28 मार्च को गोपपुर (गोद लिया गया गांव), रामेश्वरम, मुनारी (गोद लिया गया गांव) होते हुए यात्रा फिर विश्वविद्यालय परिसर में वापस लौटेगी।
-------------
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी