वाराणसी में लगभग 41,000 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्य : अनिल राजभर

—प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ने सरकार के 'आठ साल बेमिसाल' सेवा, सुरक्षा और सुशासन कार्यक्रम में लिया भाग
बोले—आने वाले एक वर्षों में सरकार 25 हजार लोगों को विदेशों में नौकरी दिलायेगी यूपी सरकार
वाराणसी, 27 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार के 'आठ साल बेमिसाल' सेवा, सुरक्षा और सुशासन कार्यक्रम के तहत कटिंग मेमोरियल में आयोजित तीन दिवसीय विभागीय प्रदर्शनी एवं परिचर्चा का समापन गुरुवार को हुआ। प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने बतौर मुख्य अतिथि सरकार की उपलब्धियों का बखान किया। उनन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में वाराणसी में लगभग 41,000 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्य हुए हैं।
उन्होंने वाराणसी के जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी की प्रशंसा की और बताया कि प्रदेश और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयासों से प्रदेश में व्यापक विकास हुआ है। उन्होंने बताया कि 2017 में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय ₹57,000 थी, जो अब बढ़कर ₹93,000 हो चुकी है। अगले दो वर्षों में इसे ₹ 1,25,000 तक पहुंचाने का लक्ष्य है। योगी सरकार के तहत सरकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार के कई अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि 2012-17 के बीच केवल 1,38,000 सरकारी नौकरियां दी गई थीं, जबकि योगी सरकार ने आठ वर्षों में 7.5 लाख सरकारी और 14 लाख निजी नौकरियां दी हैं। इसके अलावा, आने वाले एक साल में सरकार 25,000 लोगों को विदेशों में नौकरी दिलाने की योजना पर काम कर रही है। अब तक 5,600 लोगों को इस्राइल में उच्च वेतन पर नौकरी दी जा चुकी है और 1,800 अन्य लोग भेजे जाने के लिए तैयार हैं।
इसके अतिरिक्त, नर्सों के लिए भी विदेशों में अच्छे पैकेज पर काम करने की योजना बनाई गई है। हर हाथ को काम योगी सरकार का प्रमुख लक्ष्य है और मुख्यमंत्री रोज़गार योजना के तहत तीन करोड़ से अधिक लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2029 तक भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने के प्रयास तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी में बनारस प्रथम स्थान पर है। महिलाओं का सशक्तिकरण तथा उनका उत्थान योगी सरकार में पिछले आठ वर्षों में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से जितना नहीं हुआ उतना पिछले आठ वर्षों में हुआ है। आज सबसे अधिक एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में हैं। प्रदेश की कानून व्यवस्था सबसे सुरक्षित है, सभी लोग यहां सुरक्षित हैं। यही वजह है दुनिया के बड़े बड़े उद्योगपति दौड़े आ रहे हैं।
स्टाम्प राज्य मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने लोकतंत्र और सरकार के कार्यों की पारदर्शिता के महत्व पर जोर दिया और बताया कि कैसे सरकार हर पांच वर्ष में जनता के बीच जाकर अपनी कार्यप्रणाली का मूल्यांकन करती है। 2017 से पूर्व की सरकारों ने नहीं बताया की हमने क्या किया। वर्तमान सरकार द्वारा लगातार जनता के बीच लिखित रूप में भी बताया जाता है कि किस प्रकार कौन से विकास कार्य हो रहे हैं। पूरा लेखा जोखा हम जनता के बीच रखते हैं।
समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य,भाजपा के महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने भी उत्तर प्रदेश के विकास के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और बताया कि कैसे राज्य की कनेक्टिविटी और सुरक्षा में सुधार हुआ है, जिससे उत्तर प्रदेश निवेश के मामले में अब दूसरे स्थान पर है, जबकि 2017 में यह 14वें स्थान पर था।
—प्रदर्शनी और लाभार्थियों को सम्मान
समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री योगी के संदेशों को वर्चुअल माध्यम से प्रस्तुत किया गया। वीडियो डाक्यूमेंट्री के माध्यम से आठ वर्ष के विकास को जनता के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इसके बाद मंत्रीगण ने सूचना विभाग की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित प्रदर्शनियों की सराहना की। इसके अलावा, दिव्यांगजन, आंगनबाड़ी कर्मियों, युवा उद्यमियों, और अन्य लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र, उपकरण, और चेक वितरित किए गए।
इस अवसर पर 226 दिव्यांगजनों को उपकरण दिए गए, जिनमें 30 ट्राईसाइकिल भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री दुर्घटना बीमा योजना के तहत चार लाभार्थियों को 10 लाख रूपए का चेक भी सौंपा गया। समारोह में पूर्व सदस्य विधान परिषद चेतनारायण सिंह, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल और अन्य उच्च अधिकारियों की उपस्थिति रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी