सीसामऊ नाला टैप होने के बाद ही प्रयागराज में महाकुंभ का हुआ सफल आयोजन : मुख्यमंत्री

-गंगा किनारे बसा बिठूर कानपुर की आत्मा है : सीएम
कानपुर, 23 मार्च (हि.स.)। बिठूर प्राचीन काल से ही देश की आध्यात्मिक धरोहर की प्रतीक रही है। ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि की रचना-अपने तप के लिए पावन बिठूर की भूमि का चयन किया था। लव-कुश का लालन-पालन महर्षि वाल्मीकि के सानिध्य में इसी क्षेत्र में हुआ था। गंगा किनारे बसा बिठूर कानपुर की आत्मा है। साल 2019 के पहले सीसामऊ नाले में गंगा नदी में रोजाना करीब चार करोड़ लीटर सीवर गिरता था, लेकिन आज वहां का सीवर प्वाइंटर सेल्फी प्वाइंट बन गया। यही कारण है कि प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान देश और दुनिया भर से आए करीब 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। यह बातें रविवार को कानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही।
बिठूर महोत्सव कार्यक्रम के समापन पर रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन ने कहा कि भाजपा सरकार महापुरुषों के सम्मान और गौरव को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। जो व्यक्ति और कौम महापुरुषों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान नहीं कर सकता, उसके लिए कोई जगह नहीं है। जिन्होंने भारत की आस्था पर प्रहार कर सनातन संस्कृति को रौंदा, बहन-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ की। जिन्हें भारत-भारतीयता से नफरत थी और जो आक्रांता बनकर देश की आस्था को कुचल रहे थे, वे भारत के लिए कभी आदर्श नहीं हो सकते।
आगे उन्होंने कहा कि आक्रांताओं को आदर्श मानने वालों को जरा सी भी शर्म महसूस नहीं होती है तो इन्हें गणतंत्र दिवस परेड पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का बयान सुनने की आवश्यकता है। जिसमें उन्होंने कहा था कि हमारा डीएनए कभी जांचा जाएगा। तो यह भारतीय निकलेगा। इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम बाहुल्य देश है। उनका बयान भारत के अंदर विदेशी आक्रांताओं को आदर्श मानने वालों की आंखों को खोलने वाला है। मैं कामना करता हूँ कि इस बयान के बाद वे लोग भी छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, गुरु गोविंद सिंह आदि महान क्रांतिकारियों के बारे में श्रद्धा का भाव रखते हुए 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' बनाने में योगदान देंगे।
गंगा किनारे बसी बिठूर नगरी कानपुर की आत्मा है। नाना जी पेशवा ने इसी धरती को केंद्र बनाकर 1857 की व्यूह रचना की थी। यह नहीं यहां रानी लक्ष्मीबाई ने तीरंदाजी, घुड़सवारी, युद्धकला के गुण भी इसी धऱती में सीखे थे। यह भूमि क्रांतिकारियों की नई प्रेरणा स्थली बनी थी। बिठूर, छत्रपति शिवाजी, नाना राव पेशवा, रानी लक्ष्मीबाई व तात्या टोपे के नाम पर हर भारतीयों की धमनियों में राष्ट्रभक्ति के रक्त का संचार होता है।
बिठूर महोत्सव में पहुंचे मुख्यमंत्री ने वीर शिरोमणि नानाजी राव पेशवा को समर्पित महोत्सव में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत कानपुर के 1302 उद्यमियों को पांच करोड़ बयालिस लाख रुपये का ऋण वितरण, नवनियुक्त 329 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र और मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के 127 लाभार्थियों को छह करोड़ पैतीस लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की।
उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि साल 2019 के पहले तक गंगा स्वच्छ नहीं थी। यही कारण है कि सीसामऊ नाले में रोजाना चार करोड़ लीटर से भी ज्यादा सीवेज गंगा में गिरता था लेकिन आज वहां सेल्फी पॉइंट बन चुका है। यही कारण है कि प्रयागराज में दुनिया के सबसे बड़े आयोजनों में से एक महाकुंभ का सफल आयोजन हो सका। जिसमें देश और दुनिया भर से करीब 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। वर्तमान में गंगा इतनी स्वच्छ और निर्मल है कि अब गंगा नदी में फिर से जलीय जीव (डॉल्फिन) दिखाई दे रही हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप