मां गंगा की अविरलता बनाने एवं प्रदूषण समाप्त करने में सबसे अधिक सहायक मछलियां

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मां गंगा की अविरलता बनाने एवं प्रदूषण समाप्त करने में सबसे अधिक सहायक मछलियां


मां गंगा की अविरलता बनाने एवं प्रदूषण समाप्त करने में सबसे अधिक सहायक मछलियां


मां गंगा की अविरलता बनाने एवं प्रदूषण समाप्त करने में सबसे अधिक सहायक मछलियां


प्रयागराज, 25 मार्च (हि.स.)। मां गंगा की अविरलता बनी रहे और प्रदूषण समाप्त करने के लिए केन्द्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार प्रति वर्ष मत्स्य सम्पदा योजना के तहत अंगुलिकाएं (मत्स्य बीज) डालने का कार्य कर रही है। यह जानकारी मंगलवार को संगम के राम घाट पर प्रयागराज मत्स्य विभाग के रिवर रैंचिंग कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बारा विधायक वाचस्पति के प्रतिनिधि विजय कुमार निषाद ने दी।

उन्होंने कहा कि मछलियां नदियों के पानी को शुद्ध बनाने में सबसे अधिक सहायक होती है। जल में गंदगी को अपना भोजन बनाकर जल को शुद्ध करती रहती हैं। मां गंगा में मछलियों की संख्या में लगातार वृद्धि होती रहे इस पर केन्द्र की मोदी और योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रतिवर्ष मत्स्य बीज डालने के लिए एक महाअभियान चलाया है। इसी अभियान के तहत आज मां गंगा में काफी संख्या में मत्स्य बीज अंगुलिकाएं डाली गई।

इस मौके पर नमामि गंगे (गंगा विचार मंच) संयोजक राजेश शर्मा ने कहा ​कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु का पृथ्वी पर पहला अवतार मत्स्य रूप में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हुआ था। भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार में प्रकट होकर अत्याचारी असुरों का वध किया। पृथ्वी पर जल प्रलय के दौरन मत्स्य अवतार में भगवान विष्णु ने वासुकी नाग के सहारे ही वेदों एवं औषधियों को सुरक्षित नौका पार कराते हुए राजा सत्यव्रत एवं सप्तऋषियों आत्मा तत्व का ज्ञान दिया था।

श्री शर्मा ने बताया कि प्रयागराज में गंगा एवं यमुना नदी के किनारे मछलियों को आहार दिया जाता है। जिससे लाखों मछलियाँ नदियों में सुरक्षित है। जिसमें स्थानीय निवासियों का योगदान मिल रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत संगम क्षेत्र में 92900 अंगुलका रोहू कतला नैन मत्स्य बीज छोड़ा गया है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य प्रयागराज प्रदीप कुमार ने बताया कि मंगलवार की शाम पतित पावनी मां गंगा में बानबे हजार नौ सौ मत्स्य बीज (अंगुलिकाएं)डाली गई। उन्होंने बताया कि मछलियां जल की स्वच्छता बनाए रखने में बहुत बड़ी सहायक है। इसके साथ ही मछुआरा समाज के लिए रोजगार का साधन भी है। मछलियों से मछुआरा समाज के लिए रोजगार बढ़ेगा।

इस मौके पर नागेन्द्र सिंह, नेहा सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य प्रदीप कुमार, मत्स्य विकास अधिकारी श्रीमती सुष्मावती, मत्स्य विकास अधिकारी श्रीमती शीला भारतिया, मत्स्य विकास अधिकारी मनोज कुमार, मत्स्य विकास अधिकारी विजय निषाद, विधायक प्रतिनिधि बारा,निषाद पार्टी के दिलीप निषाद आदि लोग उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल

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