सरकार गांव, गरीब और किसानों की उन्नति और विकास के लिए कर रही है लगातार कामः राज्यमंत्री पटेल

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सरकार गांव, गरीब और किसानों की उन्नति और विकास के लिए कर रही है लगातार कामः राज्यमंत्री पटेल


- कृषि विज्ञान केन्द्र नकतरा में तीन दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला शुरू

रायसेन, 25 मार्च (हि.स.)। जिले के ग्राम नकतरा स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेले का मंगलवार को स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल तथा सांची विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी द्वारा शुभारंभ किया गया। उन्होंने मेला स्थल पर विभिन्न विभागों, प्रगतिशील किसानों तथा कृषि यंत्र प्रदायकों/निर्माताओं द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण कर जानकारी ली। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंत मीणा, जिला पंचायत की कृषि समिति के अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।

कृषि विज्ञान मेले में स्वास्थ्य राज्यमंत्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश सरकार गांव, गरीब और किसानों की चिंता कर रही है। उनके कल्याण और उन्नति के लिए काम कर रही है। सरकार द्वारा इस वर्ष किसानों से 2600 रुपये प्रति क्विंटल के मान से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदा जा रहा है और अगले वर्ष 2700 रुपये से अधिक राशि प्रति क्विंटल के मान से गेहूं खरीदा जाएगा। इसके अलावा धान उत्पादक किसानों, जिन्होंने पंजीयन कराया है, उन्हें बैंक खाते में चार हजार रुपये प्रति हैक्टेयर के मान से अलग से पैसा मिलेगा। हमारे संवेदनशील प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री किसानों के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रहे हैं।

राज्यमंत्री पटेल ने कहा कि सरकार की इन योजनाओं का लाभ किसानों तक सुगमता से पहुंचे, उन्हें खेती की उन्नत और नवीन कृषि तकनीकों की जानकारी हो, वह जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित हों, इसके लिए कृषि विज्ञान मेलों का आयोजन किया जा रहा है। किसान साथी, कृषि विज्ञान केन्द्रों से खेती की उन्नत तकनीक सीखें, जानकारी प्राप्त करें और खेती में अमल करें। जिससे कि कम लागत में अधिक मुनाफा हो। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के साथ ही गरीब, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गो समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। सभी पात्रतानुसार इन योजनाओं का लाभ लें और आर्थिक प्रगति की ओर अग्रसर हों।

कृषि विज्ञान मेले में सांची विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी ने कहा कि पहले सिंचाई का रकबा कम था और फसलें भी कम ली जाती थी। लेकिन वर्ष 2004 के बाद प्रदेश में लगातार सिंचाई के रकबे में वृद्धि हुई है जिससे फसलों की उत्पादकता बढ़ी है तथा किसानों की आय भी बढ़ी है। रायसेन जिले में धान का उत्पादन बड़े पैमाने पर हो रहा है। खेती में उन्नत तकनीकों के उपयोग से किसानों को सुविधा भी हुई है। आज खेती के काम में ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। किसानों की आय बढ़े, उत्पादन की क्षमता बढ़े, नवीन कृषि तकनीकों का उपयोग हो इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।

विधायक डॉ चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी सहित अन्य मोटे अनाज (मिलेट) की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह स्वास्थ्य के लाभकारी है। इसके अलावा जैविक खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। जिले में भी अनेक किसानों द्वारा जैविक खेती की जा रही है, जिससे उनकी आय बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र में अनाज की उन्नत किस्मों, तरीकों और तकनीकों की जानकारी किसानों को दी जा रही है। सरकार द्वारा किसानों को उन्नत खाद-बीज के साथ ही अनेक कृषि यंत्रों पर अनुदान भी दिया जा रहा है।

कृषि विज्ञान मेले में जिला पंचायत सीईओ अंजू पवन भदौरिया ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा वर्षभर विभिन्न प्रशिक्षणों के माध्यम से किसानों को खेती की नवीन जानकारी दी जाती है। किसान कृषि भूमि में कम खर्च में नवीन तकनीकों से, उन्नत बीज और खाद का उपयोग कर किस प्रकार अधिक उत्पादन प्राप्त कर आमदानी बढ़ा सकते हैं, यही बताने और सिखाने के लिए कृषि विज्ञान मेलों का आयोजन किया जाता है। यहां स्टॉल लगाकर उन्नत बीजों, किस्मों, उर्वरकों, कृषि यंत्रों तथा शासन की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। किसान इन स्टॉल का भ्रमण जरूर करें और जानकारी प्राप्त कर खेती में उपयोग करें। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्व-सहायता समूहों से जुड़ी अनेक महिलाओं द्वारा उन्नत खेती की जा रही है। इसके अतिरिक्त जिले में सात ड्रोन दीदी भी हैं।

कार्यक्रम में कृषि अधिकारी दुष्यंत धाकड़ ने कृषि विज्ञान मेला आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा), एक जिला एक उत्पाद हेतु प्रशिक्षण एवं मूल्य संवर्धन योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में कोदो एवं कुटकी के उत्पादन में वृद्धि और मूल्य संवर्धन तथा मप्र राज्य मिलेट मिशन अंतर्गत यह तीन दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला आयोजित किया गया है। इस जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेले में कृषि विभाग, पंचायत विभाग, उद्यानिकी विभाग, वन विभाग, जल संसाधन विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, मत्स्य विभाग, एमपी एग्रो, कृषि विज्ञान केन्द्र नकतरा सहित अन्य विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाकर उन्नत तकनीकी की जानकारी किसानों को दी जा रही है। साथ ही निजी क्षेत्रों के कृषि आदान सामग्री बीज, उर्वरक, कीटनाशक, खरपतवार नाशक, कृषि यंत्र प्रदायकों/निर्माताओं द्वारा भी प्रदर्शनी लगाई गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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