मुख्यमंत्री डॉ यादव ने उज्जैन में नागरिकों के साथ खेली फूलों की होली



- अमृत 2.0 के अंतर्गत 476 करोड रुपए लागत के सीवरेज कार्यों का भूमि पूजन किया
उज्जैन, 14 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शुक्रवार की शाम होली के पावन अवसर पर स्थानीय कालिदास अकादमी परिसर में उज्जैन के नागरिकों के मध्य पहुंचकर उनके साथ फूलों की होली खेली। इस दौरान उन्होंने सभी को होली शुभकामनाएं दीं। नागरिकों ने भी इस दौरान पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम में सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव पूर्व विधायक राजेंद्र भारती, रामलाल यादव, संजय अग्रवाल, संभाग आयुक्त संजय गुप्ता तथा बड़ी संख्या में शहर के प्रबुद्ध जन एवं नागरिकआदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ यादव ने अमृत 2.0 मिशन के अंतर्गत उज्जैन शहर के विभिन्न वार्डों तथा सिंहस्थ क्षेत्र में 478 करोड रुपये लागत के सीवरेज कार्य निर्माण का भूमि पूजन किया, जिससे सवा तीन लाख से अधिक की आबादी लाभान्वित होगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि हम उज्जैन के गौरव में उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए सदैव प्रयासरत है। आने वाले सिंहस्थ 2028 के भव्य आयोजन के लिए हम कृत संकल्पित हैं। इसके अंतर्गत करोड़ों कार्य किये जा रहे हैं। विकास के क्षेत्र में उज्जैन में मेडिसिटी में मेडिकल कॉलेज सहित अन्य उल्लेखनीय कार्य किया जा रहे हैं। सिहस्थ 2028 के समस्त कार्य जून 2027 में पूर्ण कर लिए जाएंगे। सिंहस्थ का व्यापक एवं भव्य आयोजन हम सब की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उज्जैन औद्योगिक क्षेत्र में विश्व स्तरीय पेप्सी को कंपनी द्वारा व्यापक स्तर की फैक्ट्री पर काम किया जा रहा है, जो आलू के चिप्स बनाएगी। उज्जैन को शीघ्र ही चिड़ियाघर की सौगात मिलने वाली हैं।
मुख्यमंत्री ने कहां कि हमारे प्रयासों से मध्य प्रदेश में देश और दुनिया भर के उद्योगपति निवेश के लिए उल्लेखनीय रूप से आगे आ रहे हैं। मध्य प्रदेश में गो दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य किया जा रहा है। जो भी नागरिक घर में भी गौ पालन करेंगे, उनको शासन द्वारा बोनस दिया जाएगा प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। असहाय निराश्रित गौ माता का पालन शासन द्वारा किया जाएगा। इसके लिए शहरों में 10-10 हजार क्षमता की गौशालाएं निर्मित की जा रही है। प्रदेश में किए गए प्रयासों के फलस्वरुप अब 55 लाख हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता निर्मित हुई है। प्रदेश की केन बेतवा पार्वती काली सिंध ताप्ती नदी आदि परियोजनाओं के माध्यम से आने वाले समय में एक करोड़ लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई क्षमता की उपलब्धि हासिल होने वाली है। प्रदेश में मेट्रोपॉलिटन सिटी पर कार्य किया जा रहा है। उज्जैन-इंदौर- नागदा, बड़नगर, मक्सी, देवास, आदि क्षेत्रों को मिलाकर एक एकीकृत मेट्रोपॉलिटन सिटी का निर्माण किया जा रहा है। इसी प्रकार की मेट्रोपॉलिटन सिटी भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम आदि क्षेत्र को मिलाकर बनाई जाएगी। इसके पश्चात जबलपुर तथा ग्वालियर पर भी कार्य किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उज्जैन के महाराजा विक्रमादित्य के गौरव के अंतर्गत प्रदेश में 21 लाख रुपये का एक पुरस्कार तथा पांच पांच लाख रुपये के चार पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वालों को दिए जाएंगे। इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ यादव के नेतृत्व में शासन द्वारा किए जाने वाले कार्यों से उज्जैन सहित प्रदेश की दशा एवं दिशा में सकारात्मक बदलाव आया है हजारों करोड रुपये के कार्य उज्जैन शहर में प्रारंभ किए गए हैं। मुख्यमंत्री द्वारा विकास के संपूर्ण विजन के साथ कार्य किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर