मऊगंजः उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर किया हमला, एएसआई की मौत

रीवा, 15 मार्च (हि.स.)। मऊगंज जिले के रमनगरी पंचायत के गड़रा गांव में शुक्रवार को दो पक्षों के बीच हुए विवाद को सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर उग्र ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस हमले में शाहपुर थाना प्रभारी संदीप भारती, तहसीलदार पानिका, एएसआई जवाहर सिंह यादव और बृहस्पति पटेल गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के दौरान एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्थिति को नियंत्रित करने पहुंचे एसडीओपी अंकित सुल्या को भी आक्रोशित ग्रामीणों ने घेर लिया और बंधक बना लिया। पुलिसकर्मियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालात इतने बिगड़ गए कि कई पुलिसकर्मी गांव में फंस गए और अंधेरे का फायदा उठाकर ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर फिर से हमला कर दिया।
जानकारी के अनुसार, गांव में दो पक्षों के बीच पुराना विवाद चल रहा था, जिसे शांत कराने के लिए शुक्रवार को पुलिस पहुंची थी। लेकिन ग्रामीणों ने अचानक उग्र रुख अपनाते हुए लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया। घटना के बाद पुलिस और जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। ग्रामीणों द्वारा लगातार हमले की कोशिशों को देखते हुए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान शुरू कर दी है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में एक युवक को बंधक बनाकर पीटा गया! मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर हुए हमले में एएसआई की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि जंगलराज से भी बदतर हुई मप्र की कानून व्यवस्था में अब तो पुलिस भी सुरक्षित नहीं है! सबसे असफल गृहमंत्री का तमगा लेकर भी यदि आप निश्चिंत हैं तो फिर मप्र की जनता भगवान भरोसे ही है! इस दुखद घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए! बेलगाम अपराधों और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए भी सरकार को विधानसभा में विस्तृत कार्य योजना प्रस्तुत करनी चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर