आचरण और भाषा से करें बच्चों का मूल्यांकन : प्राचार्य

रांची, 28 मार्च (हि.स.)। कांके रोड स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल सीसीएल गांधीनगर के जूनियर विंग में शुक्रवार को एलकेजी और यूकेजी के नए छात्रों के लिए संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बच्चों के साथ अभिभावक भी शामिल होकर वैदिक यज्ञ,आशीर्वाद और संस्कार कार्य में शामिल हुए। इस अवसर पर अभिभावकों को डीएवी की मान्यताओं और उद्देश्यों से परिचित कराया गया।
कार्यक्रम में स्कूल के प्राचार्य प्रदीप कुमार झा ने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों की ओर से प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर ही उनका मूल्यांकन न करें, बल्कि उनके आचरण, उनकी भाषा और व्यवहार भी देखें। प्राचार्य ने कहा कि मौजूदा समय में देश को ऐसे नागरिकों की जरूरत है जिनमें ज्ञान, विज्ञान, कला, व्यापार के साथ चरित्र, संस्कार, अनुशासन, संवेदनशीलता और देशभक्ति जैसे गुण हों। हमारा देश चरित्र प्रधान देश रहा है। शिक्षा के साथ चरित्र का समन्वय योग्य नागरिकों को जन्म देता है जो मानवता की कसौटी भी है।
उन्होंने कहा कि बच्चों का विद्यालय में नामांकन कराने पर अभिभावकों का उत्तरदायित्व और भी बढ़ जाता है, उन्हें माता-पिता के साथ शिक्षक की भी भूमिका निभानी पड़ती है। वहीं शिशु विहार की प्रभारी डॉ जया जायसवाल ने बच्चों के प्रति अभिभावकों को कर्तव्य समझाए। इस अवसर पर अभिभावकों ने भी अपने विचारों से सभा को अवगत कराया।
इस मौके पर विशिष्ठ अतिथि के तौर पर रिलेशंस के निदेशक आशुतोष द्विवेदी, केजी कक्षा की शिक्षिकाएं तनुजा सिन्हा, स्नेहा ,निशा वर्मा, सीमा जैन, अर्पणा शर्मा, निधि सिन्हा, अणिमा सिन्हा, रंजना, शताब्दी चैटर्जी और लेखा मजुमदार ने परिचय सत्र के दौरान अभिभावकों से बातचीत भी किया।---------------
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak