भाजपा गोरखा समुदाय के योगदान को स्वीकार करती है उनके साथ मजबूती से खड़ी है: सत शर्मा

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जम्मू, 20 मार्च (हि.स.)। भाजपा सदियों से जम्मू-कश्मीर में रहने वाले समुदायों के मुद्दों के प्रति संवेदनशील रही है लेकिन दशकों से उन्हें मानवीय अधिकारों से वंचित रखा गया। गोरखा उन बहादुर और समर्पित समुदायों में से एक हैं जिन्होंने जम्मू-कश्मीर की सेवा की है और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक माहौल में योगदान दे रहे हैं। यह दुख की बात है कि समुदाय को अत्यधिक अमानवीय और विवादास्पद अनुच्छेद 370 और 35 (ए) की आड़ में बुनियादी अधिकारों से भी वंचित किया गया।

सत शर्मा करुणा छेत्री अध्यक्ष गोरखा सभा जम्मू-कश्मीर के नेतृत्व में गोरखा समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल को संबोधित कर रहे थे।

वहीं दूसरी और सुनील प्रजापति अध्यक्ष जम्मू-कश्मीर भाजपा ओबीसी मोर्चा ने भाजपा अध्यक्ष के साथ प्रतिनिधिमंडल की बैठक को पार्टी मुख्यालय त्रिकुटा नगर जम्मू में आयोजित किया था। बैठक के दौरान सत शर्मा ने प्रतिनिधिमंडल द्वारा रखे गए मुद्दों और शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुना और आश्वासन दिया कि उनके सभी वास्तविक मुद्दों को संबंधित अधिकारियों के साथ उठाया जाएगा ताकि उन्हें कम से कम समय में राहत प्रदान की जा सके।

उन्होंने कहा कि भाजपा सबका साथ, सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयास में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मिशन के लिए प्रतिबद्ध है और 5 अगस्त 2019 को विवादास्पद अनुच्छेदों को निरस्त करके सभी पीड़ित समुदायों को सम्मान के साथ जीने का अधिकार प्रदान किया है। उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि भाजपा जम्मू और कश्मीर में गोरखा समुदाय के योगदान को स्वीकार करती है और सभी मामलों में समुदाय के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी।

इससे पहले प्रतिनिधिमंडल ने अनुच्छेद 370 और 35 (ए) को निरस्त करने और गोरखा समुदाय को अधिवास अधिकार/लाभ प्रदान करने के लिए भाजपा नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। उन्होंने ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण देने के लिए भी भाजपा नेतृत्व को धन्यवाद दिया। प्रतिनिधिमंडल ने गोरखा समुदाय को केंद्रीय ओबीसी सूची में शामिल करने का अनुरोध किया ताकि वे केंद्र सरकार की नौकरियों और केंद्रीय शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के लिए पात्र बनने के लिए केंद्र के ओबीसी प्रमाण पत्र का भी लाभ उठा सकें। प्रतिनिधिमंडल ने गोरखा नगर समुदाय के नियमितीकरण का भी अनुरोध किया जहां वे पिछले 2 शताब्दियों से स्थायी रूप से रह रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह

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