वाराणसी के सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर होगा प्रसव, जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक में डीएम ने दिए सख्त निर्देश, लापरवाह कर्मियों पर होगी कार्रवाई

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 वाराणसी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की गहन समीक्षा की गई और विभिन्न योजनाओं की प्रगति का आंकलन किया गया।

बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी ने पिछले माह आयोजित बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुपालन की समीक्षा की। इस दौरान शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मदनपुर में संविदा पर कार्यरत लैब टेक्नीशियन कमला सिंह को लगातार अनुपस्थित रहने और कार्य में लापरवाही के कारण तत्काल कार्यमुक्त करने का निर्देश दिया गया। जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए और कहा गया कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

प्रसूति सेवाओं में सुधार और टीबी रोगियों की पहचान पर दिया जाय जोर: डीएम

जिलाधिकारी ने प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) के शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। चिरईगांव, सेवापुरी और बड़ागांव के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों की कम उपलब्धि पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने इन क्षेत्रों में प्रसव पूर्व सेवाएं बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिले के सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों को जल्द तैयार कर सामान्य प्रसव सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया, जिससे स्थानीय लाभार्थियों को इसका सीधा लाभ मिल सके।

टीबी रोगियों की पहचान को लेकर उन्होंने निर्देशित किया कि निजी चिकित्सकों से संपर्क कर उनका सहयोग लिया जाए। सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की अधिक से अधिक जांच कर टीबी के मामलों को चिन्हित करने पर जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि इस अभियान में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग और चिकित्सकों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर लगेगी रोक

बैठक में गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग की कम उपलब्धि को लेकर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पिंडरा को निर्देश दिए गए कि इस कार्य को जल्द पूरा किया जाए। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि सरकारी चिकित्सकों द्वारा निजी प्रैक्टिस पर पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है, लेकिन अभी तक कुछ चिकित्सकों ने इस संबंध में शपथ पत्र नहीं दिया है। ऐसे चिकित्सकों का वेतन अवरुद्ध करने का निर्देश दिया गया।

आयुष्मान कार्ड बनाने और टीकाकरण अभियान को गति देने के दिए निर्देश

मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री वय वंदन योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्राम स्तर पर चिन्हित कर सभी पात्र व्यक्तियों के कार्ड अनिवार्य रूप से बनाए जाएं।

टीकाकरण कार्यक्रम के तहत हेड काउंट सर्वे को प्राथमिकता देते हुए इसे दो दिनों के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए गए। बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम और नियमित टीकाकरण समेत अन्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की गई।

स्वास्थ्य कर्मियों को मिलेगा सम्मान, अधिकारियों ने की समीक्षा

जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने विभिन्न योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।

बैठक में जिला चिकित्सालयों के अधीक्षक, सीएचसी-पीएचसी के प्रभारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला पंचायतीराज अधिकारी, डब्ल्यूएचओ की एसएमओ डॉ. चेल्सिया, डॉ. सतरूपा, यूनिसेफ से डॉ. शाहिद, यूएनडीपी की वीसीसीएम रीना वर्मा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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