हिसार: अनुशासन, ईमानदारी व निस्वार्थ सेवा करके दूसरों के लिए रोल मॉडल बनें स्वयंसेवक : प्रो. बीआर कम्बोज


हकृवि में एनएसएस शिविर के दाैरान कार्यक्रम आयोजितहिसार, 25 मार्च (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा कि युवाओं में व्यक्तित्व विकास और चरित्र निर्माण करके राष्ट्र को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। स्वयंसेवकों द्वारा किए जाने वाले सामाजिक कार्यों से आम नागरिकों में ऊर्जा एवं प्रेरणा की भावना जागृत होती है। कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज मंगलवार को छात्र कल्याण निदेशालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय एकता शिविर के पांचवें दिन कृषि महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज मुख्य अतिथि रहे जबकि शेर ए कश्मीर कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. जेपी शर्मा मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित रहे।
कुलपति कम्बोज ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से स्वयंसेवकों में नेतृत्व गुण, भाईचारा, टीम भावना और जोखिम उठाने की क्षमता कायम होती है। स्वयंसेवकों में सामाजिक सेवा की भावना विकसित करने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति जागरूकता, ग्रामीण विकास और स्वच्छता अभियान चलाने से लोगों को प्रेरणा मिलती है। युवा शक्ति को निस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। प्रतिस्पर्धा के इस दौर में जीवन में चुनौतियां और बाधाएं बहुत है। विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढऩे के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारत को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान में स्वयंसेवकों का महत्वपूर्ण योगदान होगा।शेर ए कश्मीर कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. जेपी शर्मा ने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मोटिवेशन कम्युनिकेशन स्किल तथा एटीट्यूड होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि डर और भय डिसीजन मेकिंग को खत्म कर देता है। इसलिए युवाओं को अपना लक्ष्य निर्धारित करके कड़ी मेहनत करनी चाहिए। जीवन में आगे बढऩे के लिए उत्साह, लग्न और जुनून होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बड़ा सोचे और सपना वो देखें जो आपको सोने ना दे। जो आप सोचते हैं वह कर सकते हैं। जीवन में तरक्की दिमाग से मिलती है, इसलिए अपने माइंड को सही ढंग से मैनेज करें। उन्होंने कहा कि जब तक आपको सफलता ना मिले उस काम ना छोड़े।छात्र कल्याण निदेशक डॉ. एमएल खीचड़ ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि इस शिविर में देश के विभिन्न 13 राज्यों के 200 स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एसके पाहुजा ने कार्यक्रम में आए हुए सभी का धन्यवाद किया। मंच का संचालन छात्र नमन कौशिक ने किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्डी डॉ. भगत सिंह, डॉ. चन्द्रशेखर डागर, विभिन्न राज्यों के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों सहित विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी, वैज्ञानिक, कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर