बलरामपुर : सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत जिले के दूरस्थ गांव जलजली पहुंची प्रशासन, खेल सामग्री, शैक्षणिक कीट और मच्छरदानी का वितरण

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बलरामपुर : सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत जिले के दूरस्थ गांव जलजली पहुंची प्रशासन, खेल सामग्री, शैक्षणिक कीट और मच्छरदानी का वितरण


बलरामपुर, 23 मार्च (हि.स.)। जिले के दूरस्थ इलाकों में विकास को गति देने और पुलिस-प्रशासन व आम जनता के बीच विश्वास एवं समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से आज रविवार को सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत विकासखंड कुसमी के जलजली गांव में कलेक्टर राजेंद्र कटारा एवं पुलिस अधीक्षक वैभव बेंकर रमनलाल की उपस्थिति में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में आसपास के गांवों गीदम, गदामी और मारेवाडीह के ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी बुनियादी समस्याओं से कलेक्टर को अवगत कराया। कलेक्टर ने त्वरित निराकरण योग्य समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया, साथ ही शेष समस्याओं के निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।

कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सरकारी दस्तावेजों से संबंधित कई समस्याएं रखीं। कलेक्टर कटरा ने सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मौके पर ही निराकरण योग्य समस्याओं का समाधान किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि शेष समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए। उन्होंने आधार कार्ड, राशन कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र जैसी दस्तावेज़ी समस्याओं को हल करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण तथा अन्य प्रमुख योजनाओं की जानकारी देते हुए ग्रामीणों से अपील की, कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र भेजें, ताकि वे शिक्षा और पोषण संबंधी सभी सरकारी सुविधाओं का लाभ ले सकें। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार एवं प्रशासन उनकी हर समस्या के समाधान के लिए प्रयासरत है, जिससे जनता को अधिक से अधिक लाभ मिले और उनका जीवन स्तर बेहतर हो सके।

पुलिस अधीक्षक वैभव बेंकर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस का उद्देश्य केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखना नहीं, बल्कि जनता के जीवन स्तर को बेहतर बनाना भी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीआरपीएफ कैंप स्थापित किए गए हैं, जो जनसुविधा केंद्र के रूप में भी कार्य कर रहे हैं। आपके सहयोग से हम जिले को पूर्णतः नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक ने सरकार की पुनर्वास योजनाओं और आत्मसमर्पण नीति की जानकारी देते हुए कहा कि रोजगार, शिक्षा और आर्थिक सहायता सहित पुनर्वास का अवसर दिया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें और समाज में शांति बनाए रखने में सहयोग करें। उन्होंने ग्रामीणों को यातायात नियमों एवं सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक किया। उन्हें हेलमेट पहनने, वाहन चलाते समय नियमों का पालन करने और सड़क सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी।

कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीण खेल समितियों के खिलाड़ियों को खेल सामग्री जैसे वॉलीबॉल, क्रिकेट किट, कैरम, शतरंज (चेस) तथा स्कूली बच्चों को जूते एवं पढ़ाई किट वितरित किए। साथ ही ग्रामीण महिलाओं को मच्छरदानी एवं चरण पादुका भी प्रदान की गई, ताकि वे स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ी सुविधाओं का लाभ उठा सकें।

इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी करुण डहरिया, सीआरपीएफ कैम्प सबाग के सहायक कमांडेंट रवि रंजन, जनपद सीईओ थाना प्रभारी सामरी, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पाण्डेय

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