गाय, गोबर और गोमूत्र से समृद्धि की राह, पशु मेले में दी गई अहम जानकारियां

- हलिया में पशु स्वास्थ्य महाकुम्भ, हजारों पशुओं का उपचार और पंजीकरण
- 12,070 बड़े पशु व 18,760 छोटे पशुओं का पंजीकरण
मीरजापुर, 23 मार्च (हि.स.)। रविवार को हलिया विकासखंड के मवई कला गांव में पं. दीनदयाल उपाध्याय वृहद पशु आरोग्य शिविर-मेला (मंडल स्तरीय) का आयोजन किया गया। छानबे विधायक रिंकी कोल ने फीता काटकर, दीप प्रज्ज्वलित कर एवं गौपूजन कर मेले का शुभारम्भ किया।
मेले में पशुपालकों के लिए विभिन्न योजनाओं और आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी गई। पशुपालन विभाग के अपर निदेशक डॉ. राकेश चौरसिया ने देशी गाय के संरक्षण, गोबर व गोमूत्र के उपयोग, जीवामृत तथा गोबर गैस प्लांट की विस्तृत जानकारी साझा की।
नोडल अधिकारी, संयुक्त निदेशक नियोजन लखनऊ डॉ. पीयूष त्रिपाठी ने राष्ट्रीय पशुधन मिशन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। डॉ. कमलेश कुमार ने पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड, कृत्रिम गर्भाधान, कुक्कुट विकास नीति, राष्ट्रीय गोकुल मिशन आदि विषयों पर जागरूक किया। बीडीओ विजय शंकर त्रिपाठी ने किसानों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी, जबकि खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद यादव ने शिक्षा विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल की विशेषताओं पर प्रकाश डाला।
मेले में कुल 16 स्टॉल लगे थे। शिविर में 12,000 पशुओं का सामान्य चिकित्सा, 84 बांझपन उपचार, 2 लघु शल्य चिकित्सा एवं कई पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान किया गया। किसान क्रेडिट कार्ड के फॉर्म भी भरे गए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जेपी सिंह ने किया। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर तेजेंद सिंह, खंड विकास अधिकारी विजय शंकर त्रिपाठी, एडीओ पंचायत रुपेश श्रीवास्तव, डॉ. सुभाष, डॉ. रत्नेश त्रिपाठी, ग्राम प्रधान रमेश मौर्य समेत कई अधिकारी एवं गणमान्य उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा