ऑक्टा के पदाधिकारियों का चुनाव 27 अप्रैल को

प्रयागराज, 26 मार्च (हि.स.)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय संघटक महाविद्यालय शिक्षक संघ (ऑक्टा) की सामान्य सभा की बैठक अध्यक्ष प्रो. उमेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में हुई। सभा में सदस्यों ने सर्वसम्मति से ऑक्टा के पदाधिकारियों का चुनाव 27 अप्रैल तक पूरा करा लेने का प्रस्ताव पारित किया गया। 6 अप्रैल को अंतिम वोटर लिस्ट प्रकाशित की जाएगी। महाविद्यालय इकाइयों का गठन करने की अंतिम तिथि 16 अप्रैल है। ऑक्टा कार्यकारिणी की अगली बैठक में चुनाव सम्पन्न कराने के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी तथा सहायक चुनाव अधिकारियों का चयन किया जाएगा।
बैठक में महाविद्यालयों से वापस लिए गए विषयों में स्नातकोत्तर कक्षाओं को दोबारा शुरू करने के सम्बंध में किए जाने वाले प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की गई और निर्णय लिया गया कि ऑक्टा अपने प्रयास और संघर्ष को केंद्र से लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर जारी रखेगा। यूजीसी द्वारा पीएचडी इंक्रीमेंट वापस लिए जाने के संदर्भ में कुलपति द्वारा पीएचडी इंक्रीमेंट वापस नहीं लिए जाने और यूजीसी द्वारा कमेटी बनाये जाने का स्वागत किया गया। सदस्यों ने सर्वसम्मति से यह मांग की कि महाविद्यालय के जिन विषयों में अब तक शिक्षकों को शोध करने की अनुमति नहीं मिली है, उन विषयों में भी शीघ्र शिक्षकों को शोध कराने की अनुमति विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाए। अनेक सदस्यों ने यूजीसी रेगुलेशन के अनुरूप अर्हता तिथि से प्रोफेसर पद पर प्रोन्नति के लिए विश्वविद्यालय द्वारा कमेटी न बनाये जाने और इस मुद्दे पर टाल मटोल करने पर क्षोभ व्यक्त किया।
ऑक्टा अध्यक्ष प्रो.उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि देश के कई केंद्रीय विश्वविद्यालयों के महाविद्यालयों से सूचना अधिकार के तहत सूचना मंगाई गई है जिससे स्पष्ट है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों के प्रत्येक महाविद्यालय में अर्ह शिक्षकों को 18 जुलाई 2018 से प्रोफेसर पद पर पदोन्नति की गई है। सदस्यों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय सीजीएचएस की बहुत ही खराब और दयनीय स्थिति पर चिंता व्यक्त की। कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि विश्वविद्यालय और संघटक महाविद्यालयों के हजारों शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए मेडिकल की इतनी घटिया व्यवस्था पर विश्वविद्यालय मौन है। बैठक में सर्वसम्मत से केंद्र सरकार द्वारा लाई गई नई पेंशन नीति की आलोचना की गई और पुरानी पेंशन की मांग की गई। फैसला लिया गया कि पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने के लिए ऑक्टा का संघर्ष लगातार जारी रहेगा।
ऑक्टा अध्यक्ष ने इलाहाबाद डिग्री कॉलेज के नवनियुक्त शिक्षकों सहित सभी सदस्यों का स्वागत किया। संचालन महासचिव प्रो. संतोष कुमार श्रीवास्तव ने तथा धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष डॉ. अखिलेश कुमार त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में महिला उपाध्यक्ष प्रो. अंशु माला मिश्रा, कोषाध्यक्ष डॉ. हरिश्चंद्र यादव, संयुक्त सचिव डॉ. आशीष मिश्रा, पूर्व ऑक्टा अध्यक्ष प्रो. सुरेंद्र पाल सिंह, प्रो. आनंदपाल, प्रो. मार्तंड सिंह, डॉ. आरपी सिंह, डॉ. नरेंद्र बाजपेई, प्रो. धीरज कुमार, प्रो. रजत श्रीवास्तव, प्रो. नंदिता श्रीवास्तव, प्रो. संघसेन सिंह, डॉ. शिवशंकर श्रीवास्तव,डॉ. अमित सिंह, प्रो. एस पी सिंह, डॉ. नीरज सिंह, प्रवीण कुमार, डॉ. आशीष त्रिपाठी सहित सभी महाविद्यालयों के शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र