सोनीपत में केमिकलयुक्त पानी पर सीएम की अधिकारियों को फटकार

-दोबारा
लापरवाही की शिकायत मिली तो कार्रवाई होगी
-नवीनीकरण
और मरम्मत कार्यों को भी जल्द पूरा करने के आदेश
सोनीपत, 30 मार्च (हि.स.)। सोनीपत में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से ड्रेन-6 में काले, बदबूदार
और केमिकलयुक्त पानी को छोड़े जाने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सख्त रुख अपनाया
है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोई भी एसटीपी बंद या खराब नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा, नवीनीकरण और मरम्मत कार्यों को भी जल्द पूरा करने के आदेश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि यदि दोबारा ऐसी लापरवाही सामने आती है तो संबंधित अधिकारियों
पर कार्रवाई की जाएगी।
सोनीपत के राठधाना रोड स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से बिना
ट्रीट किए हुए केमिकलयुक्त पानी को ड्रेन-6 में छोड़ा जा रहा था। इस मामले में डेढ़
महीने के भीतर दो बार निरीक्षण करने पर पाया गया कि पाइप के माध्यम से दूषित पानी ड्रेन
में डाला जा रहा था। अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह पानी झाड़ियों में छिपे पाइपों
के जरिये छोड़ा जा रहा था।
एसटीपी की कुल क्षमता 30 मिलियन लीटर प्रति दिन है, लेकिन
इसमें 40 एमएलडी तक पानी पहुंच रहा है। अधिक पानी की निकासी के लिए केमिकलयुक्त अतिरिक्त
10 एमएसडी पानी को बिना ट्रीटमेंट के सीधे ड्रेन में डाला जा रहा था, जो राष्ट्रीय
हरित अधिकरण के नियमों का उल्लंघन है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए
हैं कि एसटीपी का पानी पूरी तरह से ट्रीट करके ही छोड़ा जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि
इस ट्रीटेड पानी का उपयोग कृषि और पार्कों में किया जाना चाहिए ताकि जल संसाधनों की
बर्बादी न हो। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में फिर से ऐसा कोई मामला सामने आया तो दोषियों
के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना