वाराणसी: संपत्ति विवाद में बेटे ने रची पिता के हत्या की साजिश, बेरहमी से मौत के घाट उतारकर लाश झाड़ियों में फेंका, दो गिरफ्तार

प्रकरण के मुताबिक, शनिवार की सुबह रामनगर के दुर्गा माता मंदिर के पास 52 बीघा जंगल में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के दौरान मृतक की पहचान श्यामजी पटेल (55) निवासी गोरैया, थाना अलीनगर, जनपद चंदौली के रूप में हुई। मृतक के भाई रामकेश पटेल की सूचना पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की गहन जांच शुरू की।
पुलिस ने परिवार और आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि मृतक किडजी स्कूल, साहित्यनाका, रामनगर में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे। शुक्रवार की रात करीब 7 बजे वह ड्यूटी से घर लौटने के लिए निकले थे, लेकिन घर नहीं पहुंचे। अगली सुबह उनका शव जंगल में मिला, जिसके बाद पुलिस को हत्या की आशंका हुई।
बेटे ने रची थी साजिश
जांच के दौरान पुलिस को मृतक के बेटे राजकुमार पटेल पर शक हुआ। जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने कबूल किया कि वह तीन लाख रुपये के कर्ज में डूबा था और अपने पिता से जमीन में हिस्सेदारी मांग रहा था। लेकिन जब उसके पिता जमीन बेचने के लिए तैयार नहीं हुए, तो उसने अपने साढ़ू के लड़के मयंक पटेल और एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच ली।
ऐसे दिया अपराध को अंजाम
राजकुमार ने अपने पिता को शुक्रवार की रात फोन कर दुर्गा मंदिर के पास बुलाया। वहां मयंक और तीसरे आरोपी के साथ मिलकर वह उन्हें जंगल में ले गया। उन्होंने फिर से जमीन बेचने की बात की, लेकिन जब पिता ने मना कर दिया, तो तीनों ने उन पर हमला कर दिया। मयंक ने मृतक के हाथ पकड़े, राजकुमार ने पैर दबाए, और तीसरे व्यक्ति ने गला घोंट दिया। इसके बाद ईंट से उनके चेहरे पर वार किया गया। मरने की पुष्टि करने के लिए मयंक ने उनके गले पर पैर रख दिया। हत्या के बाद तीनों मौके से फरार हो गए।
थाना रामनगर पुलिस ने रविवार को गोरैया गांव मोड़ के पास से राजकुमार पटेल और मयंक पटेल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपी राजकुमार पटेल (39 वर्ष) मृतक का बेटा है। वह साहुपुरी क्षेत्र के फत्तेपुर का रहने वाला है। वहीं मयंक पटेल (21 वर्ष) वाराणसी के कौशलपुरी कॉलोनी का रहने वाला है।
आरोपियों की गिरफ़्तारी में शामिल पुलिस टीम में थाना प्रभारी राजू सिंह, चौकी प्रभारी कस्बा अमीर बहादुर सिंह चौकी प्रभारी कस्बा, एसआई अंशू पाण्डेय, एसआई पंकज कुमार मिश्र, एसआई विरेन्द्र कुमार मौर्या, हेड कांस्टेबल नवीन कुमार सिंह, कांस्टेबल सर्वेश कुमार, संदीप सिंह, गौरव भारती और शैलेन्द्र सिंह शामिल रहे।