प्रयागराज नगर निगम नैनी में बनाएगा 1.3 हेक्टेयर में सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल

-अस्पताल के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर दिल्ली के अशोका होटल में हुई स्टेक होल्डर्स मीटिंग-पीपीपी मॉडल पर आधुनिक सुविधाओं और चिकित्सा विशेषज्ञों संग होगा संचालन
प्रयागराज, 01 अप्रैल (हि.स.)। प्रयागराज नगर निगम नैनी में अत्याधुनिक सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल बनाने जा रहा है। यह अस्पताल 1.3 हेक्टेयर क्षेत्र में बनेगा और इससे क्षेत्रीय स्वास्थ्य सुविधा का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा। इसे लेकर नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में दिल्ली स्थित अशोका होटल में स्टेक होल्डर्स सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें अस्पताल की स्थापना और इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर चर्चा की गई।
यह जानकारी नगर निगम के मीडिया प्रभारी ने दी। उन्होंन बताया कि बैठक में अस्पताल के विकास, निर्माण, संचालन, लीज की अवधि, सम्भावित विस्तार योजनाओं और राजस्व मॉडल पर चर्चा की गई। इसके अलावा वित्तीय और शासन मॉडल, सार्वजनिक-निजी साझेदारी, चरणबद्ध इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और विविध निवेश रणनीतियों पर बात हुई। नगर निगम के अधिकारियों ने इस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने की सम्भावनाओं पर कहा कि प्रस्तावित अस्पताल में अत्याधुनिक चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ ही उच्चतम तकनीक और विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने कहा कि यह पहल प्रयागराज में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच को सुदृढ़ करने और चिकित्सा सेवाओं के मानक को बढ़ाने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण क्षण का प्रतिनिधित्व करती है। हम अस्पताल के विकास और परिचालन रोडमैप में सुधार करने के लिए एक पारदर्शी, बहु हितधारक दृष्टिकोण के लिए प्रतिबद्ध हैं। बैठक में परियोजना को अंतिम रूप देने और नीति सुधार के लिए व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत की गई। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रमुख कम्पनियां अपोलो, अर्न्स्ट एंड यंग, एपीक्स, रीजेंसी, एवीएमसी, पॉपुलर, एमईबीएस, ऑक्टावो सॉल्युशन, विनायक और टीआरएस के मालिक, प्रसिद्ध चिकित्सा सलाहकारों और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स सहित प्रमुख स्टेक होल्डर्स शामिल थे।
अधिकारियों ने बताया कि अब अगली बैठक में रणनीतिक कार्यान्वयन विधियों और वित्तीय संरचनाओं पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। नगर निगम का यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट प्रयागराज के स्वास्थ्य तंत्र को पुनः स्वरूपित करने का कार्य करेगा। जिससे एक मजबूत चिकित्सा अवसंरचना तैयार होगी, जो प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों और निवेशकों को आकर्षित करने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र