राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में छात्रों को डिग्री देकर किया सम्मानित

देहरादून, 26 मार्च (हि.स.)। हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.)गुरमीत सिंह ने विद्यार्थियों को उपाधियां देकर सम्मानित करने के साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। शिक्षा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया गया।
स्वर्ण पदक हासिल करने वालों में छात्राओं की संख्या अधिक होने पर राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत बड़ा परिवर्तन है, जो समाज में नारी सशक्तीकरण का एक बहुत अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करता है। महिलाएं राष्ट्र निर्माण में अपनी सशक्त भूमिका निभाकर प्रगति और विकास की राह में अपनी भागीदारी बढ़ा रही हैं। राज्यपाल ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में अपनी पढ़ाई पूर्ण कर इस संस्था से बाहर निकल रहे हैं, तो आप केवल एक डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ या स्वास्थ्य विशेषज्ञ नहीं हैं, बल्कि आप समाज के एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मेडिकल प्रोफेशन केवल आजीविका का साधन मात्र नहीं है। यह प्रोफेशन लोगों के दुखों को कम करने, बीमार लोगों का उपचार करने और समाज की भलाई में योगदान देने की पवित्र जिम्मेदारी देता है। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी छात्र-छात्राएं अपने ज्ञान और कौशल से अपने कार्यक्षेत्र में करुणा, समाज की सेवा और ईमानदारी को बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि आपके पास आने वाला रोगी केवल एक मेडिकल केस नहीं होता है। वह बीमारी से परेशान व आशंका और उम्मीद के बीच उलझा हुआ एक इंसान होता है। उसका केवल मेडिकल ट्रीटमेंट ही नहीं, बल्कि उत्साहवर्धन भी आवश्यक होता है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सभी छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों को पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान की शिक्षा में भी पूर्ण दक्षता हासिल होनी चाहिए। देवभूमि उत्तराखण्ड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, उन्हें उचित अवसर व दिशा दिखाए जाने की जरूरत मात्र है, इसलिए सरकार संकल्पित है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगले डेढ़-दो वर्षों में पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज बनने से प्रदेश में कुल सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या आठ हो जाएगी, जिससे एमबीबीएस करने वाले छात्रों की संख्या एक हजार से अधिक होगी। प्रदेश में 98 नर्सिंग कॉलेज और 100 से अधिक पैरामेडिकल कॉलेज हैं। राज्य सरकार 450 नए डॉक्टर्स नियुक्त करने जा रही है। समारोह में एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रो. मीनू सिंह, कुलपति हेमवती नन्दन बहुगुणा उत्तराखण्ड तकनीकि शिक्षा प्रो. ओंकार सिंह आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal