नवरात्र के पहले दिन मुखनिर्मलिका गौरी के दर्शन को उमड़े भक्त, सुख-समृद्धि का मिलता है आशीर्वाद

वाराणसी। चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन काशी के गाय घाट स्थित गंगा तट पर स्थित माता मुखनिर्मलिका गौरी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भक्त नारियल, चुनरी और मिष्ठान अर्पित कर माता का आशीर्वाद लेने पहुंचे। भक्तों ने माता का दर्शन कर परिवार की सुख-समृद्धि एवं निरोगी जीवन की कामना की।
मंदिर के पुजारी उमाशंकर ने बताया कि सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार चैत्र नवरात्रि में माता मुखनिर्मलिका गौरी के रूप में पूजी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि उनके दर्शन और पूजन से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और सभी बाधाओं का नाश होता है। माता के प्रति भक्तों की गहरी आस्था है, और वे नवरात्रि के इन दिनों में विशेष रूप से उनकी शरण में आते हैं।
भोर होते ही भक्त जयकारों के साथ मंदिर पहुंचने लगे और माता के दर्शन कर श्रद्धा पूर्वक मत्था टेका। मंदिर परिसर भक्ति भाव से सराबोर दिखा, जहां दूर-दराज से आए श्रद्धालु भी शामिल हुए। मंदिर के पुजारी ने बताया कि माता मुखनिर्मलिका गौरी बड़ी दयालु हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। नवरात्रि के दौरान विशेष पूजन और आरती का आयोजन किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त सम्मिलित होते हैं।