घुसपैठ कर भारत आई महिला को वापस पाकिस्तान भेजा

श्रीगंगानगर, 25 मार्च (हि.स.)। जिले के अनूपगढ़ में घुसपैठ करते पकड़ी गई महिला हुमारा (32) को बीएसएफ ने वापस पाकिस्तान भेज दिया है। मंगलवार दोपहर 2:30 बजे बिंजोर पोस्ट पर हुमारा को पाकिस्तानी रेंजर्स को सुपुर्द किया गया।
हुमारा 17 मार्च को सुबह करीब 6:55 बजे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर की तारबंदी पार कर भारतीय क्षेत्र में घुस गई थी। विजेता पोस्ट पर बीएसएफ के जवानों ने उसे हिरासत में लिया था। उसने पाकिस्तान वापस जाने से साफ इनकार कर दिया था और भारत में शरण मांगी। महिला का कहना था कि अगर वह पाकिस्तान लौटेगी है तो उसे मार दिया जाएगा।
जॉइंट इंटेरोगेशन सेल को पूछताछ में उसने बताया था कि मैंने सोशल मीडिया पर देखा कि भारत में महिलाओं का बहुत मान-सम्मान है। मैं पाकिस्तान में लगातार घरेलू हिंसा का शिकार हो रही थी। कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। परेशान होकर भारत आई हूं।
बीएसएफ की 23वीं बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट दीपेंद्र रमन ने बताया कि अनूपगढ़ पुलिस महिला को जॉइंट इंटेरोगेशन सेल ले गई। जहां आईबी, सीआईडी ने महिला से पूछताछ की। इसके बाद उसे वापस भेजने का निर्णय किया गया। बीएसएफ की ओर से टीम का गठन किया गया। जीरो लाइन पर पाकिस्तानी सेना से बातचीत और कागजी कार्रवाई के बाद महिला को वापस भेजा गया।
पूछताछ में हुमारा ने बताया था कि उसने इंटरनेट पर बॉर्डर पार कर भारत में घुसने के तरीके सीखे। वह कराची से बहावलपुर आई। वहां से पैदल चलकर रात को बॉर्डर के पास एक मजार के करीब आकर बैठ गई। इसके बाद वह भारतीय सीमा में घुसी, लेकिन बीएसएफ ने उसे पकड़ लिया।
हुमारा ने बताया था कि वह भारत में अवैध रूप से घुसने को लेकर काफी समय से प्रयास कर रही थी। एक बार कश्मीर की तरफ से भी बॉर्डर पार कर भारत आने की कोशिश की, लेकिन फायरिंग के डर से इरादा बदल दिया था। बीएसएफ ने महिला से एक मोबाइल, सोने की बाली, नथ और हाथ में पहना कड़ा बरामद किया था। महिला ने बताया था कि वह बलूचिस्तान के केच जिले के दगरी खान गांव की रहने वाली है। उसके पति वसीम की बलूचिस्तान में दुकान है। उसके माता-पिता कराची के रहने वाले थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित