दिव्यांगजनों का सशक्तीकरण ईश्वर की आराधना : राज्यपाल बागड़े

उदयपुर, 21 मार्च (हि.स.)।राजस्थान के राज्यपाल हरिभाउ किसनराव बागड़े ने दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण को ईश्वर की आराधना के समान बताते हुए कहा कि दिव्यांगजन ईश्वर के साकार रूप हैं। वे शुक्रवार शाम को यहां नगर निगम परिसर में 25वें राष्ट्रीय दिव्य कला मेले के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल बागड़े ने कहा कि दिव्यांगजन विशेष सामर्थ्य से युक्त होते हैं और केंद्र व राज्य सरकारें उनके उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। केंद्रीय मंत्री अठावले ने बताया कि अब तक देश में 24 दिव्य कला मेले आयोजित किए जा चुके हैं, जिनसे 2500 से अधिक दिव्यांगजनों को लगभग 20 करोड़ रुपये की आय हुई है। उन्होंने स्थानीय लोगों से मेले में आकर दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित स्वदेशी उत्पादों को खरीदने का आह्वान किया।
समारो ह की अध्यक्षता केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने की। कार्यक्रम में एनडीएफडीसी के सीएमडी नवीन शाह और अनुजा निगम के प्रबंध निदेशक वीरेंद्र सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल व केंद्रीय मंत्री ने उदयपुर, डूंगरपुर और चित्तौड़गढ़ जिलों के लाभार्थियों को ऋण स्वीकृति प्रमाण पत्र एवं उपकरण वितरित किए। साथ ही, स्टॉल्स का अवलोकन कर दिव्यांगजनों से संवाद किया और उन्हें प्रोत्साहित किया।
एनडीएफडीसी के महाप्रबंधक अनिल कुमार ने बताया कि मेला 30 मार्च तक चलेगा। इसमें देश के 20 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए दिव्यांग उद्यमियों द्वारा तैयार हस्तशिल्प, हथकरघा, पैकेज्ड फूड, जैविक उत्पाद और अन्य सामग्रियों की स्टॉल्स लगी हैं।
दैनिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ 30 मार्च को ‘दिव्य कला शक्ति’ नामक विशेष कार्यक्रम होगा। मेला प्रतिदिन सुबह 11 से रात 9 बजे तक खुला रहेगा और प्रवेश निःशुल्क रहेगा।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता