झाबुआ : सात जन्मों तक बंधन स्थापित करता है पाणिग्रहण संस्कार : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव



झाबुआ, 27 मार्च (हि.स.)। भगवान सूर्य को साक्षी मानकर गुरूवार को 2000 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे है। मनुष्य जीवन के सोलह संस्कारों में पाणिग्रहण संस्कार गृहस्थ जीवन में प्रवेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण संस्कार है, जिसमें सात फेरों के माध्यम से सात वचनों को पूरा कर सात जन्मों तक बंधन स्थापित होता है। ईश्वर से मंगल कामना है कि विवाह बंधन में बंधे आप सबके जीवन में सदैव खुशियां व्याप्त रहे।
उक्त विचार प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा गुरुवार को आयोजित विशाल सामुहिक विवाह समारोह में वैवाहिक जोड़ों को मंगल आशीर्वाद प्रदान करते हुए व्यक्त किए। सामूहिक विवाह समारोह जिला मुख्यालय से करीब दो किलोमीटर दूर गोपालपुरा हवाई पट्टी के निकट जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें करीब 4000 युवक युवतियां विवाह बंधन में बंधे। मुख्यमंत्री लगभग 2000 जोड़ो को सुखद वैवाहिक जीवन के लिए आशिर्वाद देकर आज के एतिहासिक विशाल सामुहिक विवाह के साक्षी बने।
विवाह समारोह के विशाल शामियाने में विवाह बंधन में बंधे जोड़ों को देखकर भाव विभोर हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज जब इस विशाल सामुहिक विवाह समारोह में मंत्रोच्चार से धरती गुंजायमान हो रही है, ऐसे में यह समारोह मन को आनन्दित कर रहा है। यादव ने कहा कि भगवान सूर्य को साक्षी मानकर आज 2000 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे है। इस अवसर पर आज ईश्वर से मंगल कामना करता हूं कि आपके जीवन में सदैव खुशियां बनीं रहे। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन के सोलह संस्कारों में पाणिग्रहण संस्कार गृहस्थ जीवन में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण संस्कार अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इस संस्कार के अंतर्गत सात फेरों के माध्यम से सात वचनों को पूरा कर सात जन्मों तक बंधन स्थापित होता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के लिए विधायिका में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने हेतु किए गए प्रयासों की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं को सरकारी नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण देकर उनका प्रतिनिधित्व बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सरकार महिला, युवा, किसान एवं गरीबो के विकास हेतु प्रयासरत है। महिलाओं के लिए लाड़ली बहना योजना के तहत 1250 रुपये दिये जा रहे और निरन्तर हर माह दिए जाएंगे, यह योजना महिलाओं के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन ला रही है। इसे बन्द नहीं किया जाएगा।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / उमेश चंद्र शर्मा