अशोकनगर: विद्यार्थी जी के नाम पर खुलें संस्थान, ताकि युवा पीढि़ आजादी आंदोलन को स्मरण कर सके

अशोकनगर, 25 मार्च(हि.स.)। पत्रकारों के प्रेरणा पुंज अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी के 94 वां बलिदान दिवस जिला पत्रकार संघ के तत्वाधान में मंगलवार को मनाया गया।
देश की आजादी में एक पत्रकार के रूप में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले पत्रकारों के प्रेरणा पुंज शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी 25 मार्च 1931 कानपुर में भडक़े साम्प्रदायिक दंगे को शांत कराते हुए शहीद हो गए थे।
उनकी शहादत को स्मरण करते हुए और उनके आर्दर्शों पर पत्रकारिता करने पर पत्रकारों ने अपने विचार रखे एवं उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कीं।
दर असल अमर शहीद पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी की कर्मभूमि जहां कानपुर रही वहीं उनकी प्राथमिक शिक्षण स्थली जिले के मुंगावली में रही। जिसको लेकर वरिष्ठ पत्रकारों ने अपने विचार व्यक्त किए।
वरिष्ठ पत्रकार मनोज जैन ने कहा कि विद्यार्थी जी सम्प्रदायिक सदभाव के प्रतीक थे, जो आज भी उनके विचार अमर हैं, अगर सभी पत्रकार एक जुट होकर कार्य करेंगे तो उनके विचारों पर पत्रकारिता कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जी कि शिक्षण स्थली मुंगावली में होने के कारण जिले में प्रदेश स्तर का आयोजन और शोध संस्थान उनके नाम से होना चाहिए। मुंगावली का नाम विद्यार्थी जी के नाम पर होना चाहिए, कलक्ट्रेट सभागार में उनके चित्र को लगाने के लिए धरना, प्रदर्शन करने की आवश्यकता है।
वहीं वरिष्ठ पत्रकार देवेन्द्र ताम्रकार ने कहा कि जब विद्यार्थी जी की कर्म स्थली कानपुर में उनके नाम से अनेकों स्मारक, मेडिकल कालेज हैं, उनके नाम से एयरपोर्ट प्रस्तावित है तो उनके शिक्षण स्थली अशोकनगर जिले में उनके स्मारक आदि संस्थान क्यों नहीं ताकि युवा पीढि़ आजादी के आंदोलन में उनकी गौरव गाथा को जान सके। इस संबंध में शासन और प्रशासन आगे आकर तत्परता से विचार करना चाहिए। संघ के अध्यक्ष अरविन्द जैन ने कहा कि पहले की पत्रकारिता और अब की पत्रकारिता में काफी बदलाव आया है। आज अगर विद्यार्थी जी के सिद्धांतों पर पत्रकारिता की जाए तो क्रांतिकारी बदलाव लाया जा सकता है।
वरिष्ठ पत्रकार पवन जैन ने कहा विद्यार्थी जी की पत्रकारिता ने देश में ही नहीं दुनिया में नाम किया है, जब देश झुलस रहा था, दंगा रुकवाने उन्होंने अपना बलिदान दे दिया, आज आवश्यकता है हम हम उनके आदर्शोँ पर चलें, जिले में ही नहीं प्रदेश में उनके स्मारक बने। वरिष्ठ पत्रकार नीरज शुक्ला ने उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं पत्रकार कमलेश गुप्ता ने अशोकनगर में स्थापित होने वाले केन्द्रीय विद्यालय का नाम विद्यार्थी जी के नाम पर और दिनेश पालीवाल ने विद्यालयों में विद्यार्थी जी के नाम पर निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित कराने की बात रखी। वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र रजक, संतोष जैन, मनोज कलाकार, नरेश गोस्वामी, पयोद शर्मा, शरद व्यास ने भी विद्यार्थी जी जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शोँ पर पत्रकारिता करने की बात कही।
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हिन्दुस्थान समाचार / देवेन्द्र ताम्रकार