संस्कृत को व्यवहारिक भाषा के रूप में स्थान देना लक्ष्य : उलास चंद्र

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संस्कृत को व्यवहारिक भाषा के रूप में स्थान देना लक्ष्य : उलास चंद्र


रांची, 31 मार्च (हि.स.)। संस्कृत भारती झारखंड प्रांत के दो दिवसीय प्रांत सम्मेलन के समारोह सत्र का शुभारंभ सोमवार को किया गया। इस अवसर पर संस्कृत भारती के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख उलास चंद्र ने कहा कि संस्कृत भारती का लक्ष्य संस्कृत को व्यावहारिक भाषा के रूप में स्थान देना है। शैक्षणिक बदलाव लाने के लिए सम्मेलन आयोजित करने की जरूरत है। उन्होंने नव साहित्य निर्माण के लिए युवाशक्ति को आगे आने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए संस्कृत साहित्य में अध्ययनशील होना पड़ेगा।

इस मौके पर आचार्यकुलम् प्रमुख स्वामी दिव्य देव ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्कृत अध्ययन से संस्कार परिष्कृत होता है। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा से प्रेम करना होगा। इससे भारतीय संस्कृति के प्रति स्वाभाविक प्रेम पैदा होगा।

इस दौरान अनामिका भारती ने एकल नृत्य, निकिता और उनके समूह ने सामूहिक नृत्य, तनु कुमारी ने एकल गीत की प्रस्तुति दी। वहीं रमेश कुमार के शांति मंत्र से कार्यक्रम की समाप्ति हुई। मंच संचालन डॉ विनय कुमार पांडेय ने किया।

इसके बाद प्रांत समीक्षा योजना गोष्ठी हुई। इसमें पिछले वर्ष के किए गए कार्यों और आगामी वर्ष की योजनाओं पर भी चर्चा हुई। इस दौरान संस्कृत भारती के प्रांत, विभाग व जिला स्तर पर नये दायित्व भी दिये गये, जिसमें प्रांत सह शिक्षण प्रमुख-सर्वेश कुमार मिश्रा, संपर्क प्रमुख-संजय सुल्तानिया साहित्य प्रमुख-रमेश कुमार, बाल केंद्र प्रमुख–डॉ पारंगत खलखो, पत्राचार योजना प्रमुख–डॉ अजीत पांडेय, गीता शिक्षण केंद्र प्रमुख-डॉ विनय कुमार पांडेय, श्लोक पाठन केंद्र प्रमुख-संदीप मिश्रा, विद्यालय कार्यक्रम प्रमुख-डॉ सुनील कुमार कश्यप, महाविद्यालय कार्यक्रम प्रमुख-डॉ जगदम्बा प्रसाद, प्रांत के सदस्य के रूप में डॉ रूबी, डॉ श्रीमित्रा, रांची विभाग संयोजक-डॉ राहुल कुमार, देवघर विभाग संयोजक-श्री राम अचल, रांची महानगर मंत्री-गोपाल कृष्ण दूबे, रामगढ जिला मंत्री मिथुन कुमार महतो, रामगढ़ प्रचार प्रमुख-आस्तिक हजम चतरा, जिला संयोजक-पप्पू यादव कोडरमा जिला संयोजक पवन कुमार, साहिबगंज जिला संयोजक-मधु चौधरी को बनाया गया।

कार्यक्रम में उत्तर पूर्व के अध्यक्ष प्रो चंद्रकांत शुक्ल, उत्तर पूर्व के मंत्री प्रो. श्रीप्रकाश पांडेय, प्रांत अध्यक्ष प्रो ताराकांत शुक्ल, प्रांत उपाध्यक्ष दीपचंद राम कश्यप समेत कई प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak

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