हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह आयोजित

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हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह आयोजित


शिमला, 30 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एचपीएनएलयू) शिमला ने रविवार को हिमाचल प्रदेश न्यायिक अकादमी में अपना दूसरा दीक्षांत समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें कड़ी मेहनत व समर्पण से अपने पेशे में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कानून की पढ़ाई के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने भी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की थी, लेकिन राजनीति और समाज सेवा में विशेष रुचि के कारण वकालत नहीं की। उन्होंने कहा कि डिग्री प्राप्त करने के बाद असली चुनौतियां शुरू होती हैं और अनुभव से ही वास्तविक ज्ञान प्राप्त होता है।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने राज्य सरकार द्वारा हाल के वर्षों में किए गए कानूनी सुधारों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने अनाथ बच्चों के कल्याण के लिए विशेष कानून बनाया है, जिससे करीब 6000 बच्चों का भविष्य सुरक्षित हुआ है। इसके अलावा, बेटियों को संपत्ति में समान अधिकार देने का प्रावधान किया गया है और विवाह की न्यूनतम आयु 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष कर दी गई है।

इस अवसर पर सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने छात्रों को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ता से आगे बढ़ने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कानून के क्षेत्र में आत्म-संदेह, सत्यनिष्ठा और निरंतर विकास आवश्यक है। उन्होंने इस पेशे में आने वाली चुनौतियों का उल्लेख करते हुए छात्रों को धैर्य और संयम से आगे बढ़ने की सलाह दी।

समारोह के दौरान, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल और हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव शकधर को कानून के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए डॉक्टर ऑफ लॉज़ की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।

451 छात्रों को मिली उपाधि

इस दीक्षांत समारोह में कुल 451 छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं। इनमें बीए एलएलबी के 114, बीबीए एलएलबी के 111 और एलएलएम के 211 छात्र शामिल थे। इसके अलावा, 15 छात्रों को पीएचडी की उपाधि से सम्मानित किया गया।

शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए छात्र सम्मानित

दीक्षांत समारोह में उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया गया। स्नातकोत्तर उपाधि के 2021 के ओवरऑल टॉपर सूर्य देव सिंह भंडारी, 2022 की टॉपर टीसी एनी थॉमस और 2023 की टॉपर निवेदिता शर्मा को संस्थापक कुलपति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। 2018 बैच की शीनम ठाकुर को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले, जिनमें के.के. लूथरा मेमोरियल गोल्ड मेडल (क्रिमिनल लॉ), श्री तरसेम कुमार स्वर्ण पदक (सर्वश्रेष्ठ महिला टॉपर), श्री श्याम सुंदर गोयल मेमोरियल गोल्ड मेडल (स्नातक टॉपर), संस्थापक कुलाधिपति स्वर्ण पदक और संस्थापक कुलपति फैलोशिप पुरस्कार शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, अदिति शर्मा को न्यायमूर्ति धर्मपाल सूद स्वर्ण पदक (संवैधानिक कानून में उत्कृष्ट प्रदर्शन) दिया गया, लिपि आर्यन को के.के. लूथरा मेमोरियल गोल्ड मेडल और अंकिता शर्मा को श्री तरसेम कुमार स्वर्ण पदक सहित कई अन्य पुरस्कार मिले।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

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