हिसार : बीआईएस अधिकारी बनकर सर्टिफिकेट देने के नाम पर व्यापारी से ठगी
पुलिस ने जांच करके एक साल बाद दर्ज किया केस
हिसार, 22 मार्च (हि.स.)। यहां की ऑटो मार्केट के कारोबारी से भारतीय मानक
ब्यूरो (बीआईएस) सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर 30 हजार की ठगी का मामला सामने आया है।
ठगी करने वाले की पहचान हो गई है। वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी का रहने वाला विनय
पाठक है। विनय ने फर्जी बीआईएस विभाग का अधिकारी बनकर यह ठगी की।
पुलिस को दी शिकायत में कारोबारी रमेश ने शनिवार काे बताया कि वह हिसार के अर्बन एस्टेट
में रहता है। लखीराम लबसेंटर फर्म में पार्टनर है। हमारी फर्म पूरे भारत में डीईएफ
(डीजल एग्जॉस्ट फ्लूइड) बनाती है। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के नियमों के अनुसार
अब डीईएफ उत्पादों के लिए बीआईएस सर्टिफिकेट लेना जरूरी हो गया है। इसलिए हमने अपने
सभी प्लांट के लिए यह प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इसी प्रक्रिया के अनुसार हमने 3 अप्रैल
2024 को अपनी वाराणसी शाखा के लिए डीईएफ के बीआईएस सर्टिफिकेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन
भी किया था। इस आवेदन की प्रक्रिया के दौरान विनय पाठक नाम के व्यक्ति ने ठगी की। बाद
में पता चला कि इस नाम का कोई व्यक्ति बीआईएस के लिए काम नहीं करता। पीड़ित व्यापारी
की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने जांच करते हुए लगभग एक साल बाद ठगी का केस दर्ज किया
है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर